PATNA: इंटरनेशनल कॉल को डीकोड कर लोकल बनाकर पटना में कॉलिंग कराने का काम कानपुर में चल रहे अपराधियों के इंटरनेशनल कॉलिंग एक्सचेंज से हो रहा था। पटना में लगातार आ रही डीकोड वाली कॉल को लेकर अलर्ट था और डीजे आई नेक्स्ट ने इसका बड़ा खुलासा किया था। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में कानपुर की स्वाट टीम ने खुफिया इनपुट पर इंटरनेशनल एक्सचेंज का खुलासा कर 3 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से टेली कम्यूनिकेशन से जुड़े प्रतिबंधित उपकरण व सैकड़ों फर्जी सिम बरामद हुए हैं।

डीजे आई नेक्स्ट का खुलासा

इंटरनेशनल कॉल को डीकोड कर उसे भारतीय कोड में एक्सचेंज करने का खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था। 21 जून को डाटा चुराने के लिए देसी नंबर कोड से विदेशी कॉल शीर्षक से प्रकाशित खबर पर पटना में आने वाली ऐसी काल को खुलासा करने के बाद पुलिस अलर्ट हो गई थी। पटना सहित आस पास के इलाकों में पुलिस व खुफिया टीम अलर्ट थी। पटना पुलिस ऐसे कॉल को लेकर पड़ताल में जुट गई थी। पटना में पड़ताल हो रही थी कि कानपुर में इसका खुलासा हो गया।

खुफिया तंत्र के इनपुट पर एक्शन

कानपुर एसएसपी को खुफिया इनपुट मिला था कि इंटरनेशनल कॉल को डीकोड करके देश में लोकल कॉल कराने का एक्सचेंज कानपुर से चल रहा है। एसएसपी अखिलेश कुमार ने इस इनपुट पर स्वाट टीम के इंस्पेक्टर दिनेश यादव को लगा दिया। टीम ने पूरा नेटवर्क खंगाल लिया और शुक्रवार को घटना का खुलासा कर दिया। स्वॉट टीम ने बाबूपुरवा में चल रहे इंटरनेशनल कॉलिंग एक्सचेंज का भंड़ाफोड़ किया।

प्रतिबंधित मशीनें खरीद शुरू किया एक्सचेंज का काम

-खुफिया तंत्र और कानपुर की स्वॉट टीम ने बीएससी फ‌र्स्ट ईयर के छात्र मो। शहनवाज, बीए छात्र मो। सरफराज और इंटर में पढ़ रहे मो। नायाब को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 कॉल टर्मिनेटर मशीनें, लेन एक्सटेंशन बॉक्स, राउटर, 238 फर्जी सिम बरामद हुए हैं।

-एक मशीन में 64 सिम लगते हैं।

-इस कम्यूनिकेशन सिस्टम को एंड्रायड मोबाइल एप टीपी स्मार्ट के जरिए चलाया जाता था।

-इस एप को चलाने वाली कंपनी भी खुफिया तंत्र के निशाने पर है।

अपराधियों से पूछताछ में देश के कई इलाकों में कॉल डीकोड कराने का खुलासा हुआ है। पटना और बिहार के अन्य एरिया में अधिक संख्या में कॉल कराने की डिटेल मिला है। इस मामले में अभी और खुलासा हो सकता है।

दिनेश कुमार यादव, स्वाट टीम प्रभारी, कानपुर, यूपी