- इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ प्रयाग का भव्य आगाज

-लीजेंड्री एक्टर ओम पुरी को मिला लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड

<- इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ प्रयाग का भव्य आगाज

-लीजेंड्री एक्टर ओम पुरी को मिला लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: स्मार्ट सिटी बनने जा रहा इलाहाबाद अब दिल्ली-मुंबई की तरह उन महानगरों में शामिल हो गया है, जहां फिल्म फेस्टिवल के साथ ही कलाकारों को अवार्ड दिया जाता है। गुरुवार से इलाहाबाद में तीन दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ प्रयाग का भव्य आगाज हुआ। जिसमें फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज कलाकारों की मौजूदगी में बिग स्क्रीन पर पहली बार नए डॉयरेक्टर्स द्वारा बनाई गई शार्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिक्सन प्ले देखने को मिला। जिसे मुंबई से आए अनुभवी डॉयरेक्टर्स की टीम ने देखा और सराहा। फिल्म फेस्टिवल में लीजेंड्री एक्टर पद्मश्री ओम पूरी को लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।

जय जवान, जय किसान से हुआ आगाज

फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री पंडित लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर आधारित फीचर फिल्म जय जवान-जय किसान से हुई। जिसमें अखिलेश जैन, जतिन खुराना, ओमपूरी, प्रेम चोपड़ा और रति अग्निहोत्री मेन लीड रोल में हैं। ये कम बजट की पहली मूवी है, जिसे इलाहाबाद के ही मिलन अजमेरा ने निर्देशित किया है। शुभारंभ करने के साथ ही एक्टर ओम पुरी, डायरेक्टर तिग्मांशू धुलिया, सीमा कपूर, क्रिटिक्स अमित बांगर, धीरज मिश्रा, जेड एंड जेड के मैनेजिंग डॉयरेक्टर हसन हैदर ने कहा कि कुछ लोग ये सोचते हैं कि फिल्में बहुत महंगी होती हैं। इसलिए फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से डरते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। ये फिल्म फेस्टिवल उन युवाओं को नई राह दिखाएगा जिनके पास बजट की कमी है। क्योंकि इस फेस्टिवल में ज्यादातर वही फिल्में प्ले की जा रही हैं जिन पर अधिक धन खर्च नहीं किया गया है।

फ‌र्स्ट डे दिखाई गई

क्। फीचर फिल्म 'जय जवान जय किसान'- डायरेक्टर- मिलन अजमेरा

ख्। शॉर्ट फिल्म- 'शर्मिदा'- डॉयरेक्टर- विशाल श्रीवास्तव- इलाहाबाद- ख्ख् मिनट

फ्। डॉक्यूमेंट्री-इन अफगानिस्तान- 'माई सीन'- डॉयरेक्टर हफीजुल्लाह आर योसेफी- ख्म् मिनट

ब्। शॉर्ट फिक्सन- इंडिया थाने 'काउंटडाउन' - डॉयरेक्टर पाम सिंह- ख्7 मिनट

भ्। डॉक्यूमेंट्री- इंडिया कुल्लू 'नो वूमेन्स लैंड' डॉयरेक्टर- डॉ। देव कन्या ठाकुर- भ्ख् मिनट

म्। शॉर्ट फिक्सन- इंडिया जे-एंड-के- 'गुल'- डॉयरेक्टर गुल रेयाज-फ्0 मिनट

क्या कहते हैं इंडस्ट्री में स्टैब्लिस्ड इलाहाबादी

इलाहाबाद को दिलाऊंगा अलग पहचान

बमरौली इलाके के रहने वाले और दिल्ली में मीडिया प्राइवेट कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हसन हैदर इलाहाबाद को सिने जगत में एक अलग पहचान दिलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों से लोग बड़े शहरों में सक्सेस के लिए जाते हैं, लेकिन सक्सेस होने के बाद वहीं के रह जाते हैं। लेकिन मैने शरू से ही सोच रखा है कि इलाहाबाद के लिए कुछ करके ही रहूंगा।

हसन हैदर

मैनेजिंग डायरेक्टर

जेड एंड जेड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली

कुछ अलग की थी सोच

इलाहाबाद को लेकर कई सपने पाल रखे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री मूवी जय जवान, जय किसान से इस सपने को साकार करने की पहल कर चुके हैं। फूलपुर एरिया के प्रतापपुर के रहने वाले धीरज मिश्रा ने डाक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्म की शूटिंग इलाहाबाद में की है और मूवी में इलाहाबाद के कलाकारों को ज्यादा मौका दिया गया है।

धीरज मिश्रा

फिल्म डायरेक्टर

निवासी-प्रतापपुर फूलपुर

अब इलाहाबाद को नोटिस लेंगे डॉयरेक्टर

मूल रूप से पटियाला के रहने वाले एॅक्टर ओम पूरी का इलाहाबाद से काफी लगाव रहा है। इलाहाबाद में उनकी बुआ का परिवार रहता है, जहां अक्सर आना-जाना लगा रहता है। ओम पूरी ने कहा कि इलाहाबाद गुणों से भरा ऐतिहासिक शहर है। जिसके लिए ये फिल्म फेस्टिवल एक बड़ी उपलब्धि है। इस फेस्टिवल के बाद फिल्म डायरेक्टर इलाहाबाद की ओर मूव करेंगे और इलाहाबाद को नोटिस लेंगे। क्योंकि यहां के कुछ कलाकारों ने ये प्रूव किया है। जय जवान जय किसान इसका ताजा उदाहरण है।

पद्मश्री ओम पूरी, एक्टर

इलाहाबाद के लिए हर समय हूं तैयार

पान सिंह तोमर, साहब बीवी और गैंगेस्टर जैसी सक्सेस और प्रभावशाली फिल्में बनाने वाले फिल्म डायरेक्टर तिग्मांसू धुलिया बेसिकली इलाहाबाद के रहने वाले हैं। तिग्मांसू धुलिया ने कहा कि मैं इलाहाबाद का रहने वाला हूं, इलाहाबाद को मैने देखा है, इलाहाबाद को जीया है। नाटक किया है, गाना-बजाना किया है। घूमा है। इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। इलाहाबाद में कई महापुरुष हुए, लेकिन उनके जाने के बाद यहां का माहौल बदल गया है। इलाहाबाद का कास्मो पॉलिटिन कल्चर गायब हो रहा है। जिसे बनाए रखने की जरूरत है। इसके लिए मैं हर समय तैयार हूं। वर्कशॉप करने को भी तैयार हूं। फिल्म डायरेक्टिंग, एक्टिंग, एडीटिंग, साउंड के साथ ही जिस फील्ड में कहेंगे, पूरी मदद करूंगा।

तिग्मांसू धुलिया

फिल्म डायरेक्टर

बेसिकली इलाहाबाद के निवासी

ये है असली अवार्ड

फ‌र्स्ट इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ प्रयाग में जेड एंड जेड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से अ‌र्द्ध सत्य, आरोहन, आक्रोश, नरसिम्हा, चाची ब्ख्0 जैसी हिट फिल्में बना चुके और अपना ब्0 साल फिल्म इंडस्ट्री में देने वाले पद्मश्री एक्टर ओम पूरी को लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। अवार्ड पाने के बाद ओम पूरी ने अवार्ड को हाथ में लेकर उसमें लिखे अपने नाम को पढ़ा और फिर माइक से कहा, ये है असली अवार्ड, जिसमें मेरा नाम लिखा है। नहीं तो फिल्म फेयर अवार्ड, जैसे कई अवार्ड मिले, लेकिन उसमें अपनापन नहीं था। क्योंकि उस तरह के अवार्ड में किसी का नाम नहीं होता है।