Lucknow: ये कहानी फिल्मी नहीं है, लेकिन फिल्म पान सिंह तोमर से काफी मिलती-जुलती है। इंटरनेशनल एथलीट पान सिंह तोमर इंडिया के लिए खेलता रहा। उसकी पीठ पीछे दबंगों ने गांव में उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। अपनी जमीन को वापस पाने के लिए पान सिंह तोमर ने थाने में चक्कर लगाए लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
अंत में अपनी पुश्तैनी जमीन को दबंगों से मुक्त कराने के लिए पान सिंह तोमर ने हथियार उठा लिया। कुछ ऐसा ही मामला चल रहा है पूर्व इंटरनेशनल एथलीट हरीश पाल यादव के साथ। उनकी जमीन पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया है। अपनी जमीन को दबंगों के कब्जे से फ्री करवाने के लिए वह थानों के चक्कर लगा कर परेशान हो चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
स्पोट्र्स कॉलेज से की थी शुरुआत
डालीगंज निवासी हरीश पाल यादव ने अपने कॅरियर की शुरुआत कुर्सी रोड स्थित स्पोट्र्स कॉलेज से की थी। उनका मेन इंवेट 110 मीटर हर्डल रनिंग रही। सीनियर नेशनल और जूनियर नेशनल में मेडल हासिल करने वाले हरीश की तमन्ना थी कि वह इंडिया के लिए खेल सके। इसके लिए उन्होंने दिन रात जमकर प्रैक्टिस की। इसके बाद उन्हें इंडिया रिप्रेजेंट करने का अवसर मिला.
पोस्टल डिपार्टमेंट में जॉब ज्वाइन करने के बाद भी उन्होंने एथलेटिक्स की दुनिया से किनारा नहीं किया। दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने आफीशियेटिंग के लिए सेलेक्ट किया गया। इसके लिए उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
रुकवाने के बाद भी चल रहा निर्माण
पिछले एक महीने से हरीश पाल थाने के चक्कर लगा कर परेशान है। उनकी पुश्तैनी जमीन पर लोग कब्जा करके निर्माण कार्य में जुटे हैं। इस बात की जानकारी उन्होंने हसनगंज कोतवाली में दी। उन्होंने बताया कि थाने में एप्लीकेशन देने के बाद दो पुलिसकर्मियों ने यहां काम रुकवा दिया। लेकिन काम दिन में बंद रहता और रात में चालू रहता.
पुलिस प्रशासन ने उन्हें सांत्वना दी कि जल्द ही वह अपनी जमीन पर बाउंड्री वॉल करा सकेंगे। लेकिन बाद में पुलिस प्रशासन उससे भी मुकर गया। मैंने पुलिस प्रशासन को अपने पास मौजूद सभी कागजात भी दिखाए जो खासे पुराने हैं। अपनी परेशानियों को देखते हुए उन्होंने डीआईजी आशुतोष पाण्डेय को भी मामले की पूरी जानकारी दी लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
नहीं होने देंगे अन्याय
हसनगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर भान सिंह ने बताया सिंह कि जैसे ही मामला मेरी जानकारी में आया, मैने निर्माण कार्य रुकवा दिया है। हरीश पाल यादव ने कागजात दिखाने के बाद ही हमने काम रुकवाया है। फिलहाल निर्माण कार्यबंद है। हरीश पाल यादव हमारे देश के सम्मानित खिलाड़ी है, उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
जूनियर और सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में मेडल हासिल कर चुके हरीश पॉल थाइलैंड में हुई 15वीं एशियन चैम्पियनशिप और मलेशिया में हुई 16वीं एशियन चैम्पियनशिप में हिस्सा ले चुके हैं। दिल्ली में हुए नेशनल गेम्स में उन्हें आफीशियेटिंग की जिम्मेदारी दी गई जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।