Lucknow: यहां मुंह खोलना भी मना और सच बोलना तो दरकिनार। कुछ ऐसा ही हो रहा है एक एक्स इंटरनेशनल एथलीट खिलाड़ी के साथ। वक्त रहते कार्रवाई नहीं हुई थी जुल्म के खिलाफ लड़ाई लडऩे वाला यह खिलाड़ी भी जालिम बन सकता है। इसे पुलिस की लापरवाही कहें या फिर करप्शन का नतीजा या वकील साहब का खौ$फ, वजह कुछ भी हो बार बार शिकायत के बाद भी डालीगंज में हो रहे अवैध कंस्ट्रक्शन को पुलिस ने नहीं रुकवाया.
 संडे को जब अपने जमाने के मशहूर एथलीट हरीश पाल यादव को पुलिस का सहयोग नहीं मिला तो वह खुद अपनी जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकने के लिए आगे आ गये। इसपर दबंगों ने हरीश उनके भाई वीरेंद्र और बेटे गौरव की जमकर पिटायी कर दी। इस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही.
हरीश के घर के आस पास के लोगों की मानें तो पुलिस ने दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें फरार होने का पूरा मौका दिया। खबर मीडिया में आने के बाद पुलिस ने हरीश, उनके भाई वीरेंद्र और बेटे गौरव को आधे-अधूरे पेपर के साथ मेडिकल कराने के लिए बलरामपुर हास्पिटल भेज दिया। हास्पिटल में हरीश और वीरेंद्र का इलाज शुरु हुआ लेकिन दर्द से तड़प रहे गौरव का इलाज हसनगंज कोतवाली से पेपर पहुंचने के बाद ही शुरु हो सका।
पुलिस ने दी पूरी मोहलत
अवैध निर्माण की शिकायत पुलिस से की गयी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने बजाय काम रुकवाने के राजगीरों से कहा कि जितना मसाला बन गया है, उतना काम करवा लो। हरीश ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाला एक दबंग पिछले 20 दिनों से उन्हें परेशान कर रहा है। उनकी जमीन पर जबरिया कब्जा कर रहा है। उन्होंने जब पुलिस से शिकायत की तो पहले दिन तो काम रुक गया लेकिन फिर काम शुरु हो गया। पुलिस के आने पर काम रुक जाता था और जाते ही दोबारा शुरु हो जाता था.
 संडे को भी ऐसा ही हुआ। काम शुरु होते ही हरीश ने पुलिस को बताया। पुलिस के दो कांस्टेबिल मौके पर पहुंचे लेकिन काम नहीं रुकवाया बल्कि दीवार खड़ी करने की पूरी मोहलत दी। पुलिस ने दोनों पार्टियों को शाम पांच बजे थाने बुलाया। लेकिन काम जारी रहा हरीश के भाई वीरेंद्र ने जब इसका विरोध किया तो राकेश सिंह ने उनको धक्का दे दिया.
इसी दौरान राकेश सिंह की ओर से कई और लोग आ गये और उन लोगों ने मिलकर हरीश के भाई वीरेंद्र, हरीश और उनके बेटे गौरव की पिटायी कर दी। यहां तक कि हरीश के परिवार की महिलाओं को भी दबंगों ने नहीं बख्शा.
 पुलिस फिर मौके पर पहुंची लेकिन वह मूक दर्शक बनी रही। दबंग घर जलाने की धमकियां दे रहे थे और पुलिस खड़ी हुई तमाशा देख रही थी। पुलिस बजाय राकेश सिंह और उसके साथियों को अरेस्ट करने के हरीश को ही थाने ले आये। इंटरनेशनल प्लेयर के साथ बदसलूकी की खबर पाकर एएसपी ट्रांसगोमती भी थाने पर पहुंचे। उन्होंने इंस्पेक्टर हसनगंज से पूरे मामले की जानकारी ली। वहीं हरीश के घर के आस पास के लोगों से बात की गई तो पता चला कि हरीश पाल यादव का किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ। उनके परिवार के लोग काफी शरीफ हैं। हरीश का बेटा गौरव फुटबाल का अच्छा प्लेयर है। लेकिन दबंगों ने उसे भी नहीं बख्शा और उसकी पिटायी कर दी. 
क्या है मामला?
हरीश पाल यादव का मकान सराय हसनगंज के 494/166 में रहते हैं। उनके पड़ोस में रहने वाले राकेश सिंह पेशे से वकील हैं। हरीश का कहना है कि राकेश सिंह और उनके घर के बीच में थोड़ी सी जगह है जो उनकी है। हरीश का आरोप है कि इस जमीन पर राकेश सिंह जबरन कब्जा कर रहे हैं और पुलिस उनका साथ दे रही है। जबकि जमीन से रिलेटेड सारे पेपर उनके पास हैं और पुलिस अधिकारियों को वह दिखा भी चुके हैं। लेकिन पुलिस निर्माण काम को नहीं रुकवा रही है।

दोनों पक्षों का विवाद पुराना है। इस मामले को एडीएम सिटी देख रहे हैं। आज जो भी घटना हुई है उसकी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कंस्ट्रक्शन के काम को रोक दिया गया है.
राम बहादुर
एएसपी, ट्रांसगोमती लखनऊ.