-आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार शुरू

-विषय है 'रिसेंट ट्रेंड इन कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी'

JAMSHEDPUR: देश की उन्नति में भागीदार बनने के लिए अपनी खोज एवं प्रगति पर ध्यान देना होगा, अन्यथा भविष्य में हमारी पहचान खो जाने की आशंका है। इसके लिए जरूरी है रिसर्च व डेवलपमेंट को बढ़ावा देना। बिना आरएंडडी के भारत डिजिटल गुरु नहीं बन सकता। ये बातें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा कहीं। वे आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में मंगलवार को 'रिसेंट ट्रेंड इन कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी' विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर साइंस देश के सामरिक दृष्टिकोण से भी काफी कारगर सिद्ध हो रहा है। यह गांव तक कैसे पहुंचे, इस पर हमें कार्य करना होगा.उद्घाटन अर्जुन मुंडा व अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर किया। मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को कॉलेज के सचिव भरत सिंह व विज्ञान व तकनीकी विभाग, झारखंड सरकार के कार्यपालक निदेशक डॉ.सत्यदेव राम को कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने स्मृति चिन्ह व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

रिसर्च का दिया सुझाव

डा। एसडी राम ने कहा कि आज कई लोग कंप्यूटर साइंस का गलत इस्तेमाल करने लगे हैं, इसे रोकने के उपाय छात्रों को करने होंगे। उन्होंने छात्रों को इस बारे में रिसर्च करने का सुझाव दिया। आरवीएस कॉलेज के सचिव भरत सिंह ने सबसे पहले कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान के लिए इस तरह के कार्यक्रम कॉलेज के लिए गौरव की बात है।

क्ब्0 रिसर्च पेपर निबंधित

सेमिनार में आरवीएस इंजीनिय¨रग कॉलेज के निदेशक डा। एमपी सिंह, शक्ति सिंह, डीन एवं रिसर्च के मुख्य डा। सुकोमल घोष, डा। राजेश तिवारी, प्रो। अनंत राज, डा। बीपी वर्मा, प्रो। पारसनाथ, डा। विक्रम शर्मा, प्रो। जेसी पांडेय एवं फैकल्टी मेम्बर्स के अलावा एनआइटी जमशेदपुर, बीआइटी मेसरा, बीआइटी सिंदरी, आइएसएम धनबाद और जमशेदपुर के करीम सिटी, अलकबीर पॉलिटेक्निक, ग्रेजुएट कॉलेज, आरवी एस कॉलेज सहित देश के कई कॉलेजों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। सेमिनार में कुल क्ब्0 रिसर्च पेपर निबंधित हुए। इसे कई कैटेगरी में बांटा गया है जिन पर बुधवार तक मंथन किया जायेगा।