रेसलर के पूर्व कोच श्याम नारायण ने कहा संकुचित सोच से नहीं बढ़ सकता खेल

सीबीआई जांच में बाइज्जत बरी हो भी गया तो इस नुकसान की भरपाई कैसे होगी

रेसलर नरसिंह यादव पर वाडा द्वारा चार साल का प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले ने रेसलिंग के शुभचिंतकों को निराश कर दिया है। रेसलर के पूर्व कोच श्याम नारायण को इस फैसले से झटका लगा है। उनका कहना है कि राजनीति और वर्चस्व की लड़ाई ने नरसिंह का कॅरियर बर्बाद कर दिया है। सीबीआई जांच की मांग उठी है। सीबीआई जांच में उसे क्लीनचिट मिल भी गई तो फायदा क्या होगा। उसकी तैयारी और टेंपरामेंट कौन लौटाएगा? वह अगली बार के लिए कैसे मेंटली प्रिपेयर हो पाएगा?

मेरे आगे कोई नहीं, सोच खतरनाक

वर्तमान समय में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में तैनात नरसिंह के पूर्व कोच ने कहा कि वह सिर्फ खेलना जानता है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली प्रतिस्पर्धा में मेडल अपने नाम करके उसने संदेश दे दिया था कि इस बार वह पदक लेकर ही लौटेगा। उसे अंदाजा भी नहीं था कि उसके साथ आगे क्या होने वाला है। मैने उसे सतर्क रहने के लिए कहा भी था लेकिन शायद सोच ही नहीं पाया कि उसके खिलाफ किस स्तर तक जाकर साजिश रची जा सकती है। उन्होंने ओलंपिक ब्रांज मेडल विजेता खिलाड़ी सुशील कुमार को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि उनकी मेरे आगे कोई नहीं, सोच ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है।

यह देश का नुकसान है

श्याम नारायण का कहना है कि 74 किग्रा भार वर्ग में नरसिंह का मेडल पक्का था। यह बात खेल से ज्यादा राजनीति में भरोसा करने वालों को पता थी। उन्हें पता था कि नरसिंह ने मेडल अपने नाम कर लिया तो वह आगे निकल जाएगा। बस इसी के चलते न सिर्फ उसके खिलाफ साजिश रची गई बल्कि ऐसा कर दिया गया कि अगले चार साल तक वह किसी बड़ी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा ही नहीं ले पाएगा। इससे देश का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत में जब तक व्यक्तिगत सोच देश पर हावी रहेगी, ऐसा ही नतीजा आने वाला है।