- समर वेकेशन ने बिगाड़ा इंटरनेशनल योग दिवस बनाने का पूरा प्लान

- सेंट्रल गवर्नमेंट के आदेश पर नहीं हो सकेगा पालन

Meerut : ख्क् जून को सेंट्रल गवर्नमेंट ने देशभर में इंटरनेशनल योग दिवस मनाने का ऐलान किया है। स्कूलों में योग को बढ़ावा देने की भी गवर्नमेंट ने हिदायतें दी हैं, लेकिन समर वेकेशन ने इस आदेश पर पानी फेर दिया है। स्कूलों की मानें तो समर वेकेशन में योग दिवस मनाना बहुत ही बड़ी समस्या है। सभी में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार कैसे वह छुट्टी वाले दिन योग दिवस मनाएंगे, इसलिए सभी में चिंता का विषय भी बना हुआ है।

स्टूडेंट को बुलाने की टेंशन

स्कूलों के लिए यह योग दिवस बनाना बेहद मुश्किल है, इसलिए स्कूल भी इस बात को मान रहे हैं कि वह ख्क् जून को योग दिवस नहीं मना पाएंगे। स्कूल्स के अनुसार तो यह छुट्टियों का सीजन चल रहा है। समर वेकेशन के चलते स्टाफ और स्टूडेंट दोनों ही स्कूल नहीं आ रहे हैं। ऐसे में कोई कहीं बाहर छुट्टियां मनाने गया हुआ है और किसी ने कुछ स्पेशल प्लानिंग कर रखी है। ऐसे में योग दिवस के लिए सभी को एक साथ एकत्रित करना मुश्किल हो जाएगा।

सीबीएसई में भी जारी हुआ सर्कुलर

सीबीएसई ने भी ख्7 मई को ही एक सर्कुलर जारी कर दिया था, जिसमें सेंट्रल गवर्नमेंट के इस निर्देश को लिखा गया था कि ख्क् जून को देशभर में इंटरनेशनल योग डे मनाया जाएगा। जिसमें सभी स्कूल्स को शामिल करने को कहा गया था। जिसमें सुबह सात बजे से साढ़े सात बजे योग करने की भी एडवाइस दी गई है।

सभी स्कूलों में मनाने की थी एडवाइस

सेंट्रल गवर्नमेंट के अनुसार योग को बढ़ावा देना हमारे स्वास्थ्य व हमारे देश को स्वस्थ्य बनाने के लिए बेहद आवश्यक है। इसीलिए इस दिन को इंटरनेशनल डे के रूप में मनाने की घोषणा की गई है। गवर्नमेंट ने यह दिवस सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड सहित सभी स्कूल में मनाने के लिए हिदायत दी है, लेकिन अधिकतर सभी स्कूलों में योग दिवस न मनाने की बात सामने आ रही है।

योग के हैं बहुत फायदे

गवर्नमेंट के अनुसार योग की शुरुआत प्रेयर के साथ होनी चाहिए। योग हमारे मूवमेंट, नी मूवमेंट, माइंड पावर सहित विभिन्न बीमारियों से भी दूर रखने में सहायक साबित होता है।

स्कूलों के लिए योग दिवस मनाने में मुश्किल है, क्योंकि पूरे स्टाफ और स्टूडेंट्स की छुट्टी है ऐसे में अचानक से स्टूडेंट को बुलाना भी बहुत मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हम तो यही विचार कर रहें है कि जब स्कूल खुलेंगे तो इस दिन से सभी गतिविधियों को करवा दिया जाएगा।

राहुल केसरवाणी, सहोदय सचिव, सीबीएसई

समर वेकेशन का टाइम चल रहा है ऐसे में स्टाफ और बच्चों को बुलाना बहुत ही मुश्किल है, हमारे स्कूल से योग टीचर है जो स्कूल की तरफ से योग डे को रिप्रेसेंट करने दिल्ली जा रहे हैं और उन्होंने योग कॉम्पटीशन में पार्टीसिपेट भी किया है।

एचएम राउत, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

योग दिवस मनाना बहुत ही जरुरी है, लेकिन स्कूल चाहते हुए भी इस एक्टिविटी का हिस्सा नहीं बन सकते हैं। क्योंकि स्कूलों में बच्चों और टीचर्स का पहुंचना बेहद मुश्किल है।

मृणालिनी अनंत, प्रिंसिपल, एमपीजीएस शास्त्रीनगर

हमारे स्कूल में भी यही चर्चा चल रही थी कि अगर स्कूल में बच्चे ही नहीं होंगे तो कैसे योग दिवस मनाया जाएगा। यह बेहद मुश्किल है।

संजीव अग्रवाल, एमपीएस प्रिंसिपल

नहीं है कोई आदेश

इस संबंध में अभी यूपी गवर्नमेंट ने कोई निर्देश नहीं भेजे हैं, पहले सेंट्रल गवर्नमेंट यूपी गवर्नमेंट को निर्देश देती है। उसके बाद यूपी गवर्नमेंट से डीएम और शिक्षा विभाग को निर्देश पहुंचते हैं, लेकिन अभी तक मेरी नॉलेज में इस संबंध में कोई निर्देश नही आया है।

एके मिश्रा, डीआईओएस

यह देश के लिए गौरव की बात है कि योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर सेलिब्रेट किया जा रहा है। देश के हर नागरिक को इस दिन को उत्सव की तरह मना चाहिए। सीबीएसई ने स्कूल्स में आह्वान किया है कि इस दिन को सेलिबे्रट किया जाए। स्टूडेंट और स्टाफ की भागीदारी जितनी ज्यादा हो उतना ही अच्छा होगा, लेकिन इसके लिए कोई अनिवार्यता नहीं है। स्कूल्स वोलंटरी पार्टिसिपेशन कर सकते हैं।

मनोज श्रीवास्तव, डायरेक्टर, सीबीएसई रीजनल ऑफिस देहरादून