चार साथियों के साथ गैंग का सरगना हुआ फरार, तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच

- यूपी ही नहीं एमपी में भी कई बैंक में दे चुके हैं लूट की वारदात को अंजाम

ALLAHABAD: बैंक में लूट करने वाले गैंग के चार अंतरराज्यीय लुटेरों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। सरगना समेत गैंग के चार शातिर लुटेरे भागने में सफल रहे। इनकी तलाश में पुलिस और क्राइम ब्रंाच की टीम ने कांबिंग शुरू कर दी है। पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर लुटेरों में जय प्रकाश, श्रीप्रकाश, अजय मिश्रा व विकास गुप्ता के कब्जे से बड़ी संख्या में देशी बम और तमंचे व बाइक भी बरामद की गई है।

बैंक लूटने के साथ ली थी सुपारी

पुलिस लाइंस सभागार में रविवार को एसएसपी नितिन तिवारी ने पकड़े गए चारों लुटेरों को मीडिया के सामने पेश किया। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव व एएसपी सुकीर्ति माधव ने गिरफ्तारी की सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि गिरोह का सरगना चित्रकूट पालीमऊ निवासी बबलू उर्फ शत्रुघ्न पांडेय है। इस गैंग ने 25 जुलाई को रीवां के मध्यांचल ग्रामीण बैंक में लाखों रुपए की लूट की थी। इतना ही नहीं वे इलाहाबाद में एक युवक की हत्या की सुपारी भी ले रखे थे। शहर के किसी बैंक में चारों लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे। इस बात की खबर मुखबिरों ने पुलिस को दे दी। पता चलते ही क्राइम ब्रांच, स्वाट व घूरपुर पुलिस एक्टिव हो गई। शनिवार रात मध्य प्रदेश के कटनी जिले चांडक चौक कोतवाली निवासी विकास गुप्ता पुत्र विनोद, कौशांबी के सरायअकिल इछना गांव के अजय कुमार मिश्रा पुत्र राज नारायन, इलाहाबाद के लालापुर थाना क्षेत्र स्थित नौढि़या तरहार गांव के हिस्ट्रीशीटर जय प्रकाश द्विवेदी उर्फ अट्ठा पुत्र श्याम लाल व श्रीप्रकाश द्विवेदी पुत्र संतलाल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि इन्हें मुठभेड़ के दौरान घूरपुर में बुदावा नहर के पास से पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार गैंग का सरगना बबलू पांडेय पुत्र बीरन बली, शंकरगढ़ और सुनील मिश्रा, संतोष मिश्रा व एक अन्य लुटेरा मौके से फरार होने में कामयाब रहे। एसएसपी ने बताया कि बबलू व उसके साथियों ने इसी साल 24 अप्रैल को शहडोल मप्र के मुरचौर घाटी में ड्राइवर को गोली मारकर कोऑपरेटिव बैंक का 20 लाख रुपये लूटे थे। रायपुर छत्तीसगढ़ में अजय मिश्रा एक बड़े डॉक्टर के यहां सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। बबलू से संपर्क होने पर डॉक्टर का लाखों रुपया लुटने में उसी ने मदद की थी। इस मामले में अजय को देा सालों तक रायपुर की जेल में रहना भी पड़ा था। एसएसपी का कहना है कि लुटेरों ने मुंबई के नावसेवा इलाके में लूट की है और मुंबई की भिवंडी में भी बड़ी लूट करने वाले थे। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 24 लाख की लूट में भी इनका कनेक्शन होने के बात सामने आ रही है। बबलू की गिरफ्त में आने पर कई और वारदात का पर्दाफाश होगा।

बर्खास्त सिपाही देता था डॉयरेक्शन

पीएसी से बर्खास्त सिपाही कौशलेश तिवारी उर्फ केडी लुटेरों के गिरोह का मास्टर माइंड है। वही पूरे गैंग का संचालन करता है। केडी का इशारा मिलते ही बबलू नए-नए साथियों की तलाश करता था और वारदात को अंजाम देता था। मम्फोर्डगंज में दो गार्ड की हत्या कर कैश वैन से दिन दहाड़े 44 लाख की लूट करने के मामले में केडी को सजा सुनाई गई थ्ज्ञी। लेकिन वह नैनी जेल के भीतर से ही कत्ल की सुपारी अपने गुर्गो को देता था। एसएसपी ने बताया कि केडी का खान मुबारक गैंग से भी अच्छा संबंध था और लूटकांड को अंजाम देन में कई बार मिलकर एक दूसरे की मदद करते थे।

प्रिजन वैन से भागा था जय प्रकाश

- लुटेरों के गैंग में शामिल जय प्रकाश उर्फ अट्ठा 2013 में प्रिजन वैन का ताला तोड़कर साथियों के साथ बालसन चौराहे से भाग निकला था। इस पर 15 हजार रुपये के इनाम भी घोषित थे।

- अट्ठा के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या, लूट, हमला जैसे 20 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।

- एसएसपी ने लुटेरों की गिरफ्तारी पर क्राइम ब्रांच प्रभारी बृजेश सिंह, स्वॉट प्रभारी वृंदावन राय, घूरपुर थानाध्यक्ष ओमशंकर शुक्ला की टीम को ईनाम देने की घोषणा की।