-प्रेमनगर के सुद्धोवाला में पुलिस के वाहन चेकिंग अभियान के दौरान दो दबोचे

-भीड़भाड़ जगहों पर खड़ी बाइक पर करते थे हाथ साफ

DEHRADUN: दून पुलिस ने अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जिसमें वेस्टर्न यूपी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के चार वाहन चोरों को चार बाइक व वाहनों के फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाली तमाम प्रकार की सामग्रियां भी बरामद की गई हैं।

वाहनों के कागज निकले फर्जी

शनिवार को सीओ सिटी कार्यालय में चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम प्रेमनगर के सुद्धोवाला में पुलिस का सघन वाहन चेकिंग अभियान जारी था। इस दौरान अलग-अलग बाइकों पर सवार राकेश कुमार पुत्र जीतपाल निवासी ग्राम भस्यना थाना भादुगढ़ जिला हापुड़ व श्रवण कुमार पुत्र महेंद्र सिंह निवासी ग्राम रई थाना छपार जिला मुजफ्फरनगर को रोका गया। इस दौरान पुलिस के जांच में दोनों ने जो वाहनों के कागजात दिखाए, वे असली नहीं फर्जी निकले।

दो गढ़मुक्तेश्वर से पकड़े गए

पुलिस की पूछताछ में दोनों ने वाहन चोरी की बात कबूली। उसके बाद दोनों ने बताया कि चोरी किए वाहनों के फर्जी कागज वह गढ़मुक्तेश्वर में अपने दोस्त की फोटोकॉपी की दुकान पर बनवाते हैं। इसके बाद देर रात पुलिस ने फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले सत्यवीर पुत्र किशनलाल ग्राम मोहादपुर थाना बहादुरगढ़ जिला हापुड़ के साथ उसके सहयोगी अभिषेक सिंघल पुत्र नरेश कुमार ग्राम स्याना जिला बुलंदशहर को भी गिरफ्तार किया। सीओ सिटी के अनुसार राकेश व श्रवण की निशानदेही पर उनके घरों से दो और बाइकें व दो खुखरी बरामद की गईं। जबकि वहीं इन दोनों के दोस्त सत्यवीर व अभिषेक के पास से पुलिस ने दो कंप्यूटर, आठ कलर प्रिंटर, दो फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, दो फर्जी बिक्री पत्र, एक लैपटॉप बरामद किया गया।

रेकी करने के लिए गए थे पावंटा

पुलिस की मानें तो दबोचे गए राकेश व श्रवण कुमार रेकी करने के लिए विकासनगर व पावंटा गए थे। उन्होंने पुलिस का बताया कि उनके निशाने पर भीड़-भाड़ वाले इलाके हुआ करते थे। जहां खड़ी मोटरसाइकिलें दिखने के बाद वे स्टार्ट कर रफ्फूचक्कर हो जाते थे। सीओ सिटी के अनुसार यह गिरोह उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व वेस्टर्न यूपी से अब तक करीब भ्0 वाहनों की चोरी करने में सफलता हासिल कर चुका है। जबकि श्रवण व राकेश देहरादून व बुलंदशहर से जेल भी जा चुके हैं। इसके अलावा अब पुलिस इनके आपराधिक बैकग्राउंड जुटाने के साथ इनके गैंग के तार जुटाने में जुटी हुई है।