कहा जाता है अगर भगवान ने आपके किस्मत में शोहरत लिख दी है तो आप दुनिया के किसी भी कोने में रहें आपको अपने हिस्से की शोहरत मिल कर ही रहेगी। कुछ ऐसा ही जीटीवी के सीरियल ‘अफसर बिटिया’ की लीड कैरेक्टर मिताली नाग के साथ हुआ। मिताली ने सपने में भी नहीं सोचा था कि वो टेलीविजन का जाना-माना नाम बन जाएगी। मिताली का बचपन नागपुर में गुजरा, यहीं से उन्होंने ग्रैजुएशन और मास्टर्स कंप्लीट की। मिताली के पापा का जन्म जमशेदपुर में हुआ था और यहीं से पढ़ाई करने के बाद वे अपने सपने को पूरा करने के लिए नागपुर चले गए।

मिताली उन्हें ‘अफसर बिटिया’ का रोल उनके फ्रेंड की वजह से मिला। मिताली और उनके फ्रेंड ने एक इंटरनेशनल शॉर्ट फिल्म बनाई थी, जिसमें मिताली ने एक्टिंग की थी। मिताली के फ्रेंड ने मुंबई में ‘अफसर बिटिया’ कास्टिंग टीम को मिताली का नाम प्रपोज किया। मिताली उस वक्त अपने होम टाउन में थी। कास्टिंग टीम के कहने पर उन्होंने खुद से रिकार्ड किया वीडियो यू-ट्यूब में डाला। कास्टिंग टीम को मिताली का वीडियो भा गया और उन्हें मुंबई बुला लिया गया।

बिहारी टोन के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ी
‘अफसर बिटिया’ में मिताली को भागलपुर की लडक़ी का रोल निभा रही हैं। इसमें उनके बोलने का अंदाज  बिहारी है। इसे लेकर उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने बताया कि वे अपने रोल में बहुत कंफर्ट हैं और इसके लिए उन्हें कोई रिसर्च नहीं करना पड़ा।

लीड रोड में पहली बार
‘अफसर बिटिया’ से पहले भी मिताली ने कुछ सीरियल में कामा किया है। वे स्टार वन में ‘मानो या न मानो’, वांटेड हाई अलर्ट, 9 एक्सएम में भी काम कर चुकी हैं, लेकिन ‘अफसर बिटिया’ में पहली बार लीड रोल प्ले कर रही हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल नेक्स्ट प्रोजेक्ट के बारे में सोचा नहीं है। अभी वे इसी सीरियल में इतनी बिजी हैं कि टाइम निकालना मुश्किल हो रहा है।

मेरे पापा जमशेदपुर से हैं
मिताली ने बताया कि उनका कनेक्शन जमशेदपुर से है। उनके पापा की पैदाइश और पढ़ाई-लिखाई जमशेदपुर से हुई थी। स्टार्टिंग स्टडी के बाद वे नागपुर आ गए। कॉलेज की पढ़ाई के दौरान वे जमशेदपुर आ चुकी हैं। टेल्को में उनके कजन रहते हैं। सिटी के लोग और यहां का महौल उन्हें खूब भाया। अब काम की वजह से टाइम निकालना मुश्किल हो गया है, लेकिन मौका मिला वे जरूर जमशेदपुर आएंगी।