स्वास्थ्य विभाग की ओर से अरबन हेल्थ सेंटर्स पर खुलेंगे हेल्थ वेलनेस सेंटर
पांच बड़ी बीमारियों की स्क्रीनिंग की मिलेगी सुविधा
Meerut। आयुष्मान योजना के तहत अब जिले के शहरी कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर्स को हेल्थ वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाएगा। जिसके तहत इन सेंटर्स पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज भी मिल सकेगा। यहीं नहीं कैंसर समेत पांच बेहद गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग की सुविधा भी मरीजों को इन सेंटर्स पर मिल सकेगी। शासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को योजना का विस्तार करने की मंजूरी मिल गई हैं, अब योजना को जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
मिलेगी सुविधा, नहीं होंगे रेफर
जिले में करीब 20 लाख लोगों की आबादी पर 26 शहरी हेल्थ सेंटर्स हैं, जहां मरीजों को फिलहाल गंभीर बीमारियों का इलाज नहीं मिल पाता है। इसलिए अब हेल्थ सेंटर्स की रूपरेखा बदलकर इन्हें वेलनेस सेंटर्स में तब्दील किया जाएगा। शुरुआती स्तर पर यहां पांच बड़ी बीमारियों जैसे ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सरवाईकल कैंसर, डायबिटीज और हॉयपर टेंशन की स्क्रीनिंग की सुविधा मिलेगी। जिसके बाद मरीज को प्राइमरी लेवल पर अपनी बीमारी के बारे में पूरी तरह से जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इसके अलावा इन सेंटर्स को इस तरह तैयार किया जाएगा, जिससे गंभीर बीमारी वाले मरीजों को यहां संपूर्ण इलाज मिल सके न कि उन्हें इलाज के लिए दूसरे हायर सेंटर्स जाना पड़े।
इन सुविधाओं का मिलेगा लाभ
मातृ-शिशु सेवाएं।
नवजात व शिशु स्वास्थ्य सेवाएं।
बचपन व किशोर स्वास्थ्य सेवाएं।
गर्भ निरोधक सेवाएं।
गर्भ व प्रजनन संबंधी सेवाएं।
कम्यूनिकेबल डिजीज से बचाव और उपचार।
नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज की स्क्रीनिंग व उपचार।
नेत्र रोग संबंधी सेवाएं।
नाक, कान एवं गला संबंधी रोगों का उपचार-मानसिक स्वास्थ्य एवं रोगों का बुनियादी प्रबंधन।
डेंटल सेवा।
बुजुर्ग चिकित्सा संबंधी सेवाएं।
योग एवं योगाभ्यास संबंधी सेवाएं।
प्रशिक्षित डॉक्टर्स करेंगे इलाज
हेल्थ वेलनेस सेंटर्स में शहरी हेल्थ सेंटर्स पर मिलने वाली सुविधाओं के साथ ही विशेष चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। जिसमें नॉन कम्युनिकेबल डिजिज, मेंटल हेल्थ आदि शामिल हैं। इसके लिए विभाग यहां प्रशिक्षित डॉक्टर्स की नियुक्ति भी करेंगे। जिसमें एएनएम के साथ ही एक प्रशिक्षित सीनियर नर्स यानी जीएनएम और डॉक्टर्स शामिल होंगे।
ऐसे होगा इलाज
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पहुंचने वाले व्यक्ति को इलाज के लिए गोल्डन कार्ड देना होगा। अगर यह नहीं होगा तो अरोग्य मित्र से इसे बनवाया जा सकता है। अगर व्यक्ति का इलाज हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर संभव नहीं होगा तो उसे तत्काल एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाएगा।
शासन की ओर से मंजूरी मिल गई हैं। इस योजना को जल्द ही शुरू किया जाएगा ताकि मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके
डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ