डीजीपी के निर्देश पर बदली गई शुआट्स घोटाले की जांच, अब तक नैनी थाने की पुलिस कर रही थी जांच

डीजी सुलखान सिंह के आदेश पर एसपी क्राइम ने गठित की स्पेशल इंवेस्टीगेंशन टीम

ALLAHABAD: नैनी स्थित शुआट्स अधिकारियों पर पुलिस प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। अभी तक विभिन्न मामलों की जांच कर रही क्राइम ब्रांच अब यमुनापार में करोड़ों की जमीन गलत तरीके से ट्रांसफर करने के मामले की भी जांच करेगी। बता दें कि अभी तक इसकी जांच नैनी थाने की पुलिस कर रही थी। इस मामले में भी सैम हिग्गिन बॉटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नॉलाजी एंड साइंस के पूर्व कुलपति आरबी लाल, पत्‍‌नी सुधा बी लाल और उनके करीबी आरोपी हैं। नैनी थाने में मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा नेता ने डीजीपी सुलखान सिंह से मिलकर जांच नैनी थाने की बजाय क्राइम ब्रांच से कराने की मांग की थी। डीजीपी के निर्देश पर एसएसपी आकाश कुलहरि ने विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंप दी।

एसपी क्राइम बृजेश मिश्र के मुताबिक जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। दारोगा मो। जमीर के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। टीम साक्ष्य जुटाने और बयान दर्ज करने का काम करेगी। मॉनिटरिंग एसपी क्राइम करेंगे। हर शनिवार को मीटिंग कर जांच में तेजी लाई जाएगी। बता दें कि शुआट्स से संबंधित सभी मामलों की जांच अब क्राइम ब्रांच के हवाले की जा रही है। 24 करोड़ के घोटाले के अलावा, सिविल लाइंस, कैंट, नैनी आदि थानों में दर्ज मुकदमों की विवेचना भी क्राइम ब्रांच कर रही है।

क्या था मामला

नैनी एरिया में 500 बीघा जमीन घोटाले में हाल ही में शुआटस के कुलपति आरबी लाल, उनकी पत्नी सुधा बी लाल व सुनील बिहारी लाल पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि वीसी व उनके परिवार के सदस्यों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर संस्थान की 500 बीघा जमीन सोसायटी के नाम हस्तांतरित करा ली। एसडीएम करछना राजा गणपति द्वारा शुआटस में जमीन घोटाला, वित्तीय गड़बड़ी और संस्थान में गोलमाल का खुलासा किया गया था। एसडीएम ने जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी थी। इसके बाद लेखपाल की तहरीर पर वीसी व उनकी पत्नी समेत एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।