RANCHI: चिटफंड कंपनी में क्0 लाख गंवाने के बाद एक एजेंट सह निवेशक फ्भ् वर्षीय मो। हसनैन उर्फ पप्पू ने शुक्रवार की सुबह फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। डोरंडा के मनीटोला फिरदौस नगर रोड नंबर टू निवासी मो। हसनैन की पत्नी रेशमा बेबी उर्फ गुडि़या ने बताया कि कंपनी में क्0 लाख डूब जाने से वो तनाव में थे। इधर, खुदकुशी की सूचना मिलने पर पहुंची डोरंडा पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।

विश्वामित्र इंडिया में थे एजेंट

रेशमा ने बताया कि उनके पति ओवरब्रिज के पास स्थित एक चिटफंड कंपनी विश्वामित्र इंडिया परिवार में कार्यरत थे। उन्होंने एजेंट के तौर पर नौकरी शुरू की थी। खुद के व ग्राहकों के करीब दस लाख रुपए जमा किए थे। जमीन बेचकर भी उन्होंने कंपनी में निवेश किया था। कंपनी करीब छह महीने से बंद पड़ी थी। इसके बाद से ही लगातार ग्राहक उनपर रुपए लौटाने का दबाव बना रहे थे। गाली-गलौज भी करते थे। एक सप्ताह के भीतर उन्होंने एक व्यक्ति का ढाई लाख रुपए बकाया व दूसरी निवेशक बबिता देवी का म्0 हजार रुपए वापस किया था। इधर, रेशमा अपने घर में ही राशन दुकान खोल कर घर चला रही थी।

बहन के घर से लौटे थे

शुक्रवार को रोज की तरह सुबह करीब चार बजे पूरा परिवार उठ गया। इसके बाद पप्पू पेपर पढ़ने लगे। पेपर पढ़ने के बाद रेशमा से कहा कि वह अपनी बहन के घर से आते हैं। वहां से लौटने के बाद सुबह करीब छह बजे वे ऊपर के कमरे में चले गए। इधर, घर की साफ-सफाई के बाद रेशमा ने कॉफी बनाई। इसके बाद इकलौती पांच साल की बेटी से कहा कि पापा को कॉफी पीने के लिए बुलाकर लाए। जैसे ही उनकी बेटी पापा को बुलाने ऊपर के कमरे में गई, चिल्लाने लगी। रेशमा भी ऊपर पहुंची तो देखा कि पंखे से रस्सी के सहारे पप्पू ने फांसी लगा ली है।