-इंडस्ट्रियल पॉलिसी तो है पर इसे चाहिए प्रचार-प्रसार

-वाइब्रेंट गुजरात समिट में बिहार पैवेलियन पर भी इनवेस्टर्स ने दिखाया इंटरेस्ट

PATNA: गुजरात के गांधीनगर में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात समिट में देश-विदेश के कई इंवेस्टर्स आए और बिहार पैवेलियन का विजिट किया। गुजरात से लौटने के बाद बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट निशीथ जायसवाल ने बताया कि यह बिहार की इंडस्ट्री के लिए भी अच्छा मौका था, जिसमें यहां स्टेट की बिजनेश पॉलिसी के मुताबिक नई संभावनाओं को तलाशने और बढ़ाने पर बात की गई। उन्होंने आई नेक्स्ट को बताया कि क्क्, क्ख् और क्फ् जनवरी के दौरान विभिन्न बिजनेश मीट और अलग-अलग सेशन के दौरान यूरोप और अमेरिका के विभिन्न कारपोरेट के साथ बिहार सरकार के इंडस्ट्री डिपार्टमेंट और बीआईए के प्रतिनिधियों ने बात की।

दूसरे स्टेट से कम

बीआईए के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट निशीथ जायसवाल ने बताया कि यहां कि बिजनेस पॉलिसी इंडिया के किसी भी स्टेट से अच्छी है। इसके कई उदाहरण भी हैं। उन्होंने पॉलिसी का जिक्र करते हुए इसके कई उदाहरण भी गिनाए। जैसे-यहां इंडस्ट्री लगाने के दस साल बाद इनवेस्टमेंट का फ्00 परसेंट रिम्बर्समेंट के जरिए वापस हो सकता है। ऐसे ही कई बातें हैं, जिससे यहां इंवेस्टमेंट फायदेमंद है। यह भी सच है कि यहां इंवेस्टमेंट दूसरे राज्यों से कम के इन सभी बातों के बावजूद। इस बारे में निशीथ जायसवाल ने कहा कि बिहार को ब्रांडिंग की जरूरत है। इसका सहारा लेकर कई स्टेट इंवेस्टमेंट लाने में सफल रहे हैं।

भ्0 परसेंट तक रिम्बर्समेंट

फूड प्रासेसिंग इंडस्ट्री में मैक्सिमम फ्भ् परसेंट तक रिम्बर्समेंट हो सकता है, जबकि जेनरेटर सबसिडी में भ्0 परसेंट तक रिम्बर्समेंट हो सकता है। सिर्फ यही नहीं, प्रॉक्योरमेंट पॉलिसी के तहत ख्0 परसेंट तक वैल्यूड प्रोडक्ट की ख्0 परसेंट खरीदारी सरकार करने को तैयार है। इससे केवल मार्केट की ओर देखने की जरूरत नहीं है।

लॉ एंड आर्डर पर भी हुई बात

बिजनेस पॉलिसी, बिनजेस पर्सन और गवर्नमेंट के साथ बातचीत और इंडस्ट्रियल पॉलिसी के साथ-साथ इंडस्ट्री के रिप्रजेंटेटिव ने जानना चाहा कि यहां लॉ एंड आर्डर की क्या स्थिति है। क्या यहां इनवेस्टमेंट करने के लिए सेफ जगह है आदि।