- निवेशकों की पहली पसंद बने यूपीएसआईडीसी और ग्रेटर नोएडा

- आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स में बड़े पैमाने पर निवेश के मिल रहे संकेत

- राज्य सरकार के साथ एमओयू के 69 प्रस्ताव निवेशक दे चुके

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW :

यूपी में निवेश को लेकर राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू करने के 69 प्रस्ताव मिल चुके हैं जबकि तमाम पाइपलाइन में हैं। खास बात यह है कि बड़े पैमाने पर निवेशकों ने यूपी में उद्योग लगाने से पहले जमीन खरीदने की इच्छा जताई है। यूपीएसआईडीसी, यीडा और ग्रेटर नोएडा उनकी पहली पसंद हैं। ध्यान रहे कि पूर्ववर्ती सपा सरकार में हुए एनआरआई सम्मेलन में भी दुनिया भर से आए लोगों ने जमीन खरीदने में ज्यादा रुचि दर्शाई थी हालांकि इस बार तस्वीर कुछ अलग है। समिट से पहले राज्य सरकार को इलेक्ट्रानिक्स से लेकर बॉयो फ्यूल तक में निवेश के तमाम प्रस्ताव मिल चुके हैं।

लक्ष्य से ज्यादा का निवेश

इंवेस्टर्स समिट के लिए राज्य सरकार ने यूपीएसआईडीसी, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) को दस-दस हजार करोड़ के निवेश का लक्ष्य दिया था। आपको यह जानकर हैरत होगी कि समिट से करीब एक माह पूर्व ही तीनों ने इस लक्ष्य को हासिल कर लिया है। यूपीएसआईडीसी को 12,847 करोड़, ग्रेटर नोएडा को 11,650 करोड़ और यीडा को 8,849 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिल चुका है। इसके अलावा आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स भी अपने लक्ष्य 25 हजार करोड़ के करीब पहुंच गया है। उसे 21,867 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव हासिल हो चुके हैं। वहीं एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग ने भी अपना आधा लक्ष्य पूरा कर लिया है। दस हजार करोड़ रुपये के निवेश के लक्ष्य के सापेक्ष उसे 4,338 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं। सूबे में बॉयो फ्यूल के क्षेत्र में निवेश के लिए निवेशकों ने खासी रुचि दिखाई है। इसमें दो हजार करोड़ के निर्धारित लक्ष्य का दोगुना निवेश का प्रस्ताव मिल चुका है। वहीं सौर ऊर्जा के क्षेत्र में दस हजार करोड़ के निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले छह हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव हासिल हो चुका है।

कई केंद्रीय मंत्री भी लेंगे हिस्सा

इंवेस्टर्स समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है। इस दौरान कई केंद्रीय मंत्री भी इसमें शिरकत करने राजधानी आएंगे। इनमें नितिन गडकरी, गिरिराज सिंह, मनोज सिन्हा, हरसिमरत कौर, आरके सिंह, स्मृति जुबिन ईरानी, अनुप्रिया पटेल, डॉ। महेश शर्मा, सुषमा स्वराज, सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन सिंह राठौर, अशोक गणपति राजू आदि शामिल हैं।

- 1681 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं निवेशक

- 111 प्रस्ताव 50 करोड़ से कम के आ चुके हैं

- 109 प्रस्ताव 50 करोड़ से ज्यादा के मिल चुके हैं

- 06 देशों ने इंवेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने की दी सहमति

- 130 निवेश के प्रस्ताव रोड शो के दौरान मिले

- 69 एमओयू के प्रस्ताव समिट से पहले प्राप्त हुए