- अब तक नहीं मिल पाया है ई मेल का आईपी एड्रेस

- मामला आईएसआई के पटना कनेक्शन का

PATNA CITY : पटना पर आतंकी खतरे का साया मंडराने की बात सामने आने के बाद भी पटना पुलिस पहले के मामलों के प्रति सीरियस नहीं दिख रही है। इंटेलिजेंस ब्यूरो का अलर्ट आने के बाद भी म् दिसंबर को पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई के भेजे गए ई मेल के बारे में अब तक कोई डिटेल नहीं निकाला जा सका है। आईएसआई का पटना से कोई कनेक्शन है भी या नहीं, इस बात की तह तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है, लेकिन बेंगलुरु में हुए आतंकी हमले और आईबी का पटना पुलिस को अलर्ट भेजे जाने से अब इस मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए। जानकार बताते हैं कि आईएसआई के पटना कनेक्शन को हल्के में लेकर पटना पुलिस गलती कर रही है। आने वाले दिनों में पटना के अंदर कहीं कोई आतंकी वारदात हो गई तो शर्मनाक होगी।

नहीं ट्रेस हुआ आईपी एड्रेस

पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई के नाम पर भेजे गए ई मेल जैसे सनसनी खेज मामले को सामने आए करीब ख्ख् दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस की साइबर सेल की टीम ई मेल के आईपी एड्रेस को अब तक ट्रेस नहीं कर पाई है।

पेंडिंग हैं कई केसेज

पाकिस्तानी ई मेल का आईपी एड्रेस निकाले जाने के लिए पुलिस ने साइबर सेल को यह मामला भेजा था। पुलिस सूत्रों की मानें तो साइबर सेल के पास पहले से ही काफी केसेज पेंडिंग में हैं। केसेज के पेंडिंग होने की वजह से साइबर सेल की टीम इस मामले में अब तक कुछ भी नहीं कर सकी है। ई मेल का आईपी एड्रेस निकले जाने में सेल की टीम को अभी और टाइम लगेगा।

क्या है मामला?

पत्थर की मस्जिद के रहने वाले रिजवान अहमद को म् दिसंबर को एक ई मेल मिला था, जिसमें उन्हें पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। साथ ही ई मेल को सीक्रेट बताते हुए, इसे किसी दूसरी जगह फॉरवर्ड नहीं करने का इंस्ट्रक्शन दिया गया था। रिजवान अहमद ने मामले को गंभीरता से लिया और सुल्तानगंज थाने में 9 दिसंबर को एफआईआर दर्ज करवाया था।

साइबर सेल को यह मामला काफी पहले ही भेजा गया है। मामला सेंसेटिव के साथ इंपॉरटेंट भी है। जल्द ही साइबर सेल की टीम आईपी एड्रेस निकाल लेगी।

- जितेन्द्र राणा, एसएसपी, पटना