कानपुर। इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन में गुरुवार को वो नजारा देखने को मिला, जो इस सीजन पहली बार हुआ। राजस्थान के युवा बल्लेबाज रियान पराग मैच में खुद ही गिल्ली गिरा गए, जिसके बाद उन्हें हिटविकेट आउट दिया गया। पराग आईपीएल इतिहास में हिट-विकेट होने वाले 10वें बल्लेबाज बने।

क्या है हिटविकेट आउट का नियम

क्रिकेट में जिस तरह बोल्ड और कैच आउट होता है। उसी तरह हिट-विकेट आउट का नियम भी है। आईसीसी के नियम 35 के मुताबिक, गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने के बाद बल्लेबाज शाॅट लगाने के चक्कर में अपना बैट या शरीर का कोई भी हिस्सा स्टंप में छुआ देता है और अगर गिल्ली गिर जाती है तो उसे हिट-विकेट अाउट दे दिया जाता है।

कौन बना था पहला शिकार

करीब 140 साल पुराने क्रिकेट इतिहास में हिटविकेट आउट होने वाले बल्लेबाजों की संख्या बहुत है। मगर 1884 में ऑस्ट्रेलिया के जे बोनोर हिट-विकेट का शिकार होने वाले पहले क्रिकेटर थे। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के अनुसार, ये एक टेस्ट मैच था और कंगारु बल्लेबाज बोनोर इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरे थे। अभी तक वह छह रन पर खेल रहे थे कि बल्ले को स्टंप में हिट कर बैठे। जिसके चलते उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। आपको जानकर हैरानी होगी कि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में आज तक कुल 159 बल्लेबाज हिटविकेट आउट हुए हैं।

वनडे में ये थे आउट होने वाले पहले बल्लेबाज

एकदिवसीय क्रिकेट में पहला हिटविकेट शिकार वर्ल्ड कप में हुआ था। 1975 विश्व कप में वेस्टइंडीज के आर फ्रेडरिक्स ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लाॅर्ड्रस में मैच खेल रहे थे और सात रन के निजी स्कोर पर हिटविकेट आउट हो गए। वनडे में अभी तक कुल 66 बल्लेबाज हिट विकेट हुए हैं।

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टी-20 में कौन बना था पहला शिकार

टी-20 इंटरनेशनल में केन्याई बल्लेबाज ओबुया के नाम पहली बार हिटविकेट आउट का रिकाॅर्ड दर्ज है। ओबुया ने ये मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2007 में खेला था। इस मैच में केन्याई खिलाड़ी ने जीरो रन बनाए थे और पहली ही बाॅल पर हिटविकेट हो गए। टी-20 क्रिकेट इतिहास में आज तक सिर्फ 12 बल्लेबाज हिटविकेट का शिकार बने।

फार्मेटहिटविकेट होने वाला पहला बल्लेबाजसाल
टेस्ट मैचजे बोनोर1884
वनडेआर फ्रेडरिक्स1975
टी-20 ओबुया2007