-15 से 25 साल के युवा अत्याधुनिक ढंग से खेल रहे आईपीएल पर सट्टा

-शहर में कई जगहों पर सरेआम लग रहा सट्टा, पुलिस नकेल कस पाने में नाकाम

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: गोविंदपुर एरिया कॉलोनी की एक गली. 15 से 25 साल के करीब 10 लड़के जुटे हैं. मोबाइल फोन पर मैच देखते हुए. दूर से देखने पर आप सोचेंगे कि बच्चे आईपीएल एंज्वॉय कर रहे हैं. लेकिन जैसे ही आप करीब आते हैं, कानों में पड़ने वाली बातें आपको चौंका देंगी. 'हां, पांच हजार..कौन सी टीम पर लगाना है?' जीहां, सिर्फ गोविंदपुर ही नहीं, शहर की कई गलियों में यह खेल सरेआम चल रहा है.

एप पर चल रही बेट

इस बार सट्टेबाजी बिल्कुल बदले हुए रंग-ढंग से हो रही है. सट्टेबाज इस बार इंटरनेट और मोबाइल कॉलिंग से एक कदम आगे बढ़कर एप तक पहुंच चुके हैं. गोपनीयता को देखते हुए एप का नाम यहां सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है. गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद सिर्फ 1.8 एमबी के एप पर पूरा सट्टा बाजार है. एप को डाउन लोड करके इस पर रजिस्ट्रेशन भी कराना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन के तुरंत बाद एप हर बॉल व खिलाड़ी पर सट्टा शुरू हो जाता है.

ऐसे लगा रहे सट्टा

-सरल तरीके से डिजाइन किए गए इस एप पर सट्टा लगाने के लिए हजारों तरीके हर समय मौजूद हैं.

-आईपीएल के किसी मैच पर सट्टा लगाने के लिए उसके कॉलम में टीम का स्कोर, कौन सा खिलाड़ी, रन व कितने रन कौन सा खिलाड़ी बनाएगा.

-विकेट, कैच, चौके एवं छक्के लगेंगे इस पर सट्टा लगा सकते हैं.

-टीम की जीत और हार का भी कॉलम मौजूद है.

-खिलाड़ी के रन आउट होने, कैच होने, हिट विकेट होने पर भी सट्टा लगा रहे हैं.

पेमेंट भी एडवांस ढंग से

-एप डाउनलोड करने वाले को इसमें रजिस्टर करते ही उसके लॉगइन पर वॉलेट मिल जाता है.

-जब वह किसी मैच पर सट्टा लगाता है तो उसका पेमेंट ऑप्शन सामने आ जाता है.

-पेमेंट गेटवे के जरिए वह जितना मर्जी चाहे पैसा लगा सकता है.

-इसके बाद बैंक अकाउंट से पेमेंट कर दिया जाता है.

-यदि वह बाजी जीत जाता है तो उसका पैसा प्रोफाइल वालेट में शो करने लगता है.

-दो से चार हजार रुपए वॉलेट में आने पर रकम अपने बैंक अकाउंट में वापस ले सकता है.

सबसे ज्यादा यहां सट्टेबाज

शिवकुटी एरिया का गोविंदपुर व रसूलाबाद एवं गोविंदपुर कछार, जार्जटाउन थाना क्षेत्र के मम्फोर्डगंज, मेडिकल चौराहा व रामबाग स्टेशन के पास, कर्नलगंज के मम्फोर्डगंज, कटरा हनुमान मंदिर के पास, रैली, धूमनगंज आरटीओ ऑफिस के असपास क्षेत्र एवं खुल्दाबाद स्टेशन एवं सिविल लाइंस के रोडवेज बस अड्डे पर भी तमाम युवा दिन भर मोबाइल पर सट्टा लगाते हुए देखे जा सकते हैं.