दुबई/वाशिंगटन (रॉयटर्स)। ईरान ने कहा है कि उसने शुक्रवार को स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में ब्रिटेन के एक तेल टैंकर को जब्त किया है। इसी तरह दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इसपर ब्रिटेन ने कहा है कि वह ईरान से तुरंत अपने स्टेना इम्पो टैंकर के बारे में जानकारी मांग रहा है, जो सऊदी अरब के बंदरगाह पर जा रहा था और अचानक माउथ की खाड़ी से गुजरने के बाद उसका लोकेशन बदल गया। उस टैंकर के संचालक स्टेना बल्क ने एक बयान में कहा कि जहाज के चालक दल अब उनके नियंत्रण में नहीं है और उनसे संपर्क नहीं किया जा सकता है। ईरानी मीडिया ने सेना के हवाले से बताया कि जहाज के ट्रैकर को बंद कर दिया गया है, इसलिए उनकी दिशा के बारे में पता नहीं लगाया जा सकता है।

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ब्रिटेन के कहा भुगतने पड़ेंगे गंभीर परिणाम

ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने मीडिया से कहा, 'हम इसका जवाब जरूर देंगे, लेकिन हमारे टैंकरों को तुरंत नहीं छोड़ा गया तो ईरान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।' हंट ने कहा कि ब्रिटेन इस मसले को सुलझाने के लिए सेना का इस्तेमाल नहीं करना चाहता है, वह कूटनीतिक तरीके से इस स्थिति को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। स्टेना बल्क के प्रेसिडेंट और सीईओ एरिक हनेल ने कहा, 'जहाज में 23 चालक दल के सदस्य हैं, जो ज्यादातर भारत, रूस, लातविया और फिलिपिनो देश से संबंध रखते हैं।' उन्होंने बताया कि कोई भी घायल नहीं है। ईरान का कहना है कि ब्रिटेन के टैंकर ने मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज को टक्कर मार दी थी, इसलिए उसे जब्त किया गया है। उसने कहा है कि टैंकर अब ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह पर है और इसके सभी 23 चालक दल के सदस्य जहाज पर रहेंगे जब तक कि जांच पूरी नहीं हो जाती।

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