- सभी बैंक्स को आईआरसीटीसी ने वन टाइम पासवर्ड फैसिलिटी प्रॉपर करने के लिए कहा

- 50 रजिस्टर्ड बैंक्स में से सिर्फ 24 बैंक प्रोवाइड करते हैं ओटीपी की फैसिलिटी

- 15 अगस्त तक तय की ओटीपी प्रॉब्लम दुरुस्त करने की टाइम लिमिट

GORAKHPUR : आईआरसीटीसी से कंफर्म टिकट पाने की राह में अब बैंक रोड़ा बन सकते हैं। रिजर्वेशन फॉर्म कंप्लीट करने के बाद फाइनल पेमेंट से पहले मिलने वाला पासवर्ड पैसेंजर्स को खूब रुला रहा है। इसकी लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए आईआरसीटीसी ने भी अब सख्त रास्ता अख्तियार किया है। उन्होंने सभी बैंक्स से ओटीपी में आने वाली प्रॉब्लम को दुरुस्त कराने के लिए 15 अगस्त तक की मोहलत दी है। इसके बाद आईआरसीटीसी इसको लेकर सख्त कदम उठा सकती है। वहीं जो बैंक्स इसे शुरू करने वाले हैं, उन्हें भी हैजल फ्री ओटीपी प्रोवाइड कराने के लिए ई-मेल और लेटर के थ्रू इंफॉर्मेशन दी जा चुकी है।

लगातार मिल रही थी शिकायत

आईआरसीटी की वेबसाइट के थ्रू टिकट बुक करने वाले यूजर्स ने ओटीपी न आने या लेट आने की शिकायत आईआरसीटीसी से की थी। इसमें यह बात सामने आई थी कि जब वह टिकट बुक करने के लिए फाइनल स्टेज में पहुंचते हैं, तो इस बीच फौरन ओटीपी न आने की वजह से उनका टिकट अटका रह जाता है। कई केसेज में तो कंफर्म दिखाई देने वाला टिकट भी पेमेंट प्रॉसेसिंग के दौरान वेटिंग लिस्ट में पहुंच जाता है। ऐसी कंडीशन में यूजर्स को कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता और उन्हें वेटिंग टिकट लेकर उसके कंफर्म होने का इंतजार करना पड़ता है।

24 बैंक्स कराते हैं ओटीपी प्रोवाइड

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड से 50 बैंक्स का टाइअप है। इसमें 24 बैंक्स ऐसे हैं, जो कि यूजर्स को वन टाइम पासवर्ड यानि कि ओटीपी प्रोवाइड कराते हैं। वहीं इनमें से अभी 26 बैंक्स ऐसे हैं, जिन्होंने अभी यह फैसिलिटी शुरू नहीं की है, या शुरू करने वाले हैं। आईआरसीटीसी के एडिशनल जीएम एम श्रीनिवास ने बताया कि ई-टिकटिंग ट्रांजेक्शन में शामिल बैंक्स में से 28 बैंक्स नेट बैंकिंग फैसिलिटी प्रोवाइड कराते हैं, वहीं 6 पेमेंट गेटवे के थ्रू ट्रांजेक्शन प्रॉसेस करते हैं। इसके साथ ही 10 बैंक्स डेबिट कार्ड, 4 कैश कार्ड, एक ईएमआई और एक आईआरसीटीसी प्रीपेड कार्ड के थ्रू फैसिलिटी प्रोवाइड कराते हैं।

बढ़ जाएगी यूजर्स की सिक्योरिटी

आईआरसीटीसी ऑफिशियल्स की मानें तो वन टाइम पासवर्ड के लिए आरबीआई ने सभी बैंक्स को पहले से ही दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इससे न सिर्फ टाउट्स और फ्रॉड्स पर लगाम लगेगी, बल्कि यूजर्स की सिक्योरिटी भी बढ़ जाएगी। उनका कहना है कि ओटीपी जाने से टिकट कॉर्नरिंग के साथ ही ऑटोमेटेड टूल्स के थ्रू टिकट बुक करने वाले दलालों पर भी लगाम लगेगी।

हमारी बैंक्स ऑफिशियल्स के साथ ओटीपी के इशु को लेकर डिस्कशन हुआ है। इसको दुरुस्त कराने के लिए हमने उन्हें 15 अगस्त तक डेडलाइन दी है। वहीं जो बैंक्स इसे स्टार्ट करने की तैयारी में हैं, उन्हें भी लेटर और ई-मेल के थ्रू इसके बारे में इंफॉर्मेशन दे दी गई है।

डॉ। एके मनोचा, चेयरमैंन एंड एमडी, आईआरसीटीसी