- बाकी पैसा देने के बहाने बुलाकर आरोपियों को पीडि़त ने पकड़वाया

- शातिरों ने फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया था

- जालसाजों ने पीडि़ता के एटीएम कार्ड से खुद निकाले थे पैसे

LUCKNOW: सिंचाई विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवती और उसके दो भाइयों को जालसाज ने करीब 20 लाख रुपये ठग लिये। रुपये लेने के बाद आरोपी उन लोगों को काफी दिनों तक टरकाते रहे और फिर फर्जी नियुक्त पत्र थमा दिया। बाकी का पेमेंट लेने का दबाव दबाव बना रहे थे। युवती को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी होने पर आरोपियों को पकड़ने के लिए उसने जाल बिछाया। मंगलवार को आरोपियों को 40 हजार रुपये देने के लिए उसने आरोपियों को नाका आर्यनगर मंदिर बुलाया और पुलिस से शिकायत कर उन्हें पकड़वा दिया।

बहन और भाइयों को दिया सरकारी नौकरी का झांसा

बस्ती निवासी अंजनी चौधरी गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्यौगिकीय विश्वविद्यालय की छात्रा है। वह रोज बस्ती से गोरखपुर ट्रेन से विवि आती जाती थी। इस दौरान ट्रेन में छात्रा की मुलाकात बस्ती निवासी हरिशंकर चौधरी से हुई। हरिशंकर चौधरी ने खुद को युवती का रिश्तेदार बताया और पिता से फोन पर बात कराने के लिए कहा। बातचीत के दौरान हरिशंकर चौधरी ने अंजनी उसके दोनों भाइयों विनोद और शिव कुमार को सिंचाई विभाग में नौकरी दिलाने की बात कही। सरकारी नौकरी की लालच में अंजनी के परिवार के लोग हरिशंकर की बातों में आ गये।

चार लोगों से लिए 20 लाख रुपये

हरिशंकर ने उन लोगों को लखनऊ के नाका स्थित आर्यनगर मंदिर मिलने के लिए बुलाया। वहां पर हरिशंकर के साथ बैजनाथ पांडेय और शिवाकांत सिंह भी मौजूद थे। हरिशंकर ने मुलाकात के दौरान अंजनी और उसके दोनों भाइयों को नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की मांग की। बताया जाता है कि वर्ष 2016 से लेकर 23 फरवरी वर्ष 2018 के बीच हरिशंकर, बैजनाथ और शिवाकांत सिंह ने 15 लाख रुपये ले लिये। सिर्फ इतना ही नहीं आरोपियों ने अंजनी के एक रिश्तेदार चंदन से भी नौकरी के नाम पर 5 लाख रुपये ऐंठे। 11 जून को आरोपियों ने सभी को फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया। पीडि़त जब सिंचाई विभाग नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी निकला।

40 हजार रुपये की मांग और रखी

पीडि़त का कहना है कि नियुक्ति पत्र फर्जी निकले के बाद उन लोगों ने आरोपियों से संपर्क करने का प्रयास किया। 8 अप्रैल को किसी तरह पीडि़त की बात आरोपियों से फोन पर हुई। इस पर हरिशंकर चौधरी ने मंगलवार को नाका के आर्यनगर के पास 40 हजार रुपये लेकर बुलाया। इस दौरान वहां पर पहले से मौजूद नाका पुलिस ने शिवाकांत सिंह और बैजनाथ पांडेय को धर दबोचा जबकि हरिशंकर चौधरी अभी फरार है।