ऐसा है ये सबसे पुराना जेवर
ये है दो ग्राम का सोने का पेंडेंट। ये पेंडेंट बुल्गारिया के वर्ना क्षेत्र में स्थित एक पुरातात्विक स्थल पर ये पेंडेंट पाया गया है। इसको लेकर पुरातत्वविदों का ऐसा मानना है कि ये क्षेत्र उस समय के उन्नत प्रागैतिहासिक समाज का हिस्सा था, जिन्होंने सोने को बनाने और उसे अनेक रूप देने पर गहराई के साथ काम किया। सोलनित्सता पर बना एक कर्बिस्तान, जिसका मतलब है 'Salt Pit', बुल्गारिया शहर के उत्तर में स्थित है। बात करें इस जगह की, जो ये मशहूर है इसके दो मंजिला घरों और उसकी भारी किलों वाली दीवारों के लिए। ये जगह आज से करीब 4300 ईसा पूर्व की मानी जाती है।
ऐसा कहते हैं खोजकर्ता
बात करते हैं उस पुराने गोल्ड पेंडेंट की। ये पेंडेंट आज से करीब 200-300 साल पुराना जान पड़ता है। बुल्गारिया स्थित राष्ट्रीय पुरातत्व संस्थान से प्रोफेसर और खोजकर्ता वासिल निकोलोव कहते हैं कि ये पेंडेंट इतने साल पुराना तो है ही। इस पेंडेंट का वजन लगभग दो ग्राम बताया गया है और इसको देखकर लगता है कि इसे पुरुष या महिलाएं कोई भी पहन सकती थीं।
ऐसे होता होगा इसका इस्तेमाल
प्रोफेसर निकोलोव बताते हैं कि इस पेंडेंट को लेकर सबसे रोचक बात ये है कि ये किसी कब्र के अंदर नहीं मिला है, लेकिन इसको देखकर ऐसा लगता है कि इसका इस्तेमाल किसी खास रिवाज या परंपरा के लिए किया गया होगा। इन सब बातों के इतर गौर करें तो यह गहना आभूषण की कला का एक नायाब नमूना जान पड़ता है।
सभ्यता को विकसित करने का हुआ काम
प्रोफेसर ने बताया कि बुल्गारिया के इस क्षेत्र में सभ्यता को विकसित करने का काम किया गया था। यहां वरना झील के पास कॉपर और सोने के सबसे ज्यादा नमूने मिले हैं। इन सबकोद देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये सोसायटी 200-300 साल पुरानी है। यहां झील के पानी में नमक की मात्रा अच्छी खासी है।
नमक का था अहम रोल
उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा लगता है कि यहां सोने और मेटल के अविष्कार से पहले नमक को नियोजित कर मुद्रा का एक मौलिक रूप दे दिया जाता था। उन्होंने बताया कि ऐसा ही पहले कभी रोमन क्षेत्र में भी हुआ करता था। यहां कभी-कभी नमक के रूप में भी भुगतान किया जाता था। यहीं से Salary शब्द का भी जन्म हुआ।
Courtesy by Mail Online
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