- जासूसी में जुटे संदिग्धों की तलाश में जुटी एटीएस

- नेटवर्क तोड़ने के लिये मिलिट्री इंटेलिजेंस की ली जा रही मदद

LUCKNOW: फैजाबाद से अरेस्ट हुए आईएसआई एजेंट आफताब ने पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान पाकिस्तान के लिये जासूसी कर रहे आधा दर्जन संदिग्धों के नाम उगले हैं। अब एटीएस ने इन संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है। इसके साथ ही एटीएस मिलिट्री इंटेलिजेंस की मदद से आईएसआई के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश में जुट गई है।

प्रदेश भर में फैले हैं दूसरे जासूस

चंद रुपयों के लालच में देश से गद्दारी करने को तैयार हुआ फैजाबाद के ख्वासपुरा के आफताब को रविवार को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लाया गया। पूछताछ के दौरान आफताब ने प्रदेश भर में फैले आधा दर्जन आईएसआई एजेंटों के नाम बताए हैं। उसने बताया कि उसकी ही तरह इन युवाओं को भी आईएसआई के लिये जासूसी करने के एवज में रुपये मिलते हैं। जानकारी मिलने पर एटीएस की टीमों को इन संदिग्धों की तलाश में रवाना किया गया है।

पाक से मिलता था निर्देश

आफताब ने बताया कि जब वह दस्तावेज व अन्य खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेजता था तो उसका पेमेंट तय कर मुंबई में रहने वाले आईएसआई एजेंट जावेद को वह रकम आफताब के खाते में जमा कराने के निर्देश दिया जाता था। आफताब की गिरफ्तारी के बाद पकड़े गए जावेद और अल्ताफ को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया है। गुजरात का मूल निवासी अल्ताफ आईएसआई के जरिये आर्थिक मदद करने में सक्रिय रहा है। आफताब को आर्थिक मदद देने वाले इन दोनों के अलावा अन्य सहयोगियों की भी गहनता से छानबीन की जा रही है। जल्द ही कुछ और एजेंटों की अरेस्टिंग में एटीएस को सफलता मिल सकती है।