आईएसआईएस का दिखा समर्थन  

लाहौर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाब शरीफ के आवास से लगभग 15 किलोमीटर के दायरे में आतंकी संगठन आईएसआईएस के समर्थन वाले कुछ पोस्टर लगे मिले हैं. इसके साथ ही लाहौर के हुंजेरवाल और कनाल रोड के पास आईएसआईएस के समर्थन में दीवारें रंगी मिली हैं. हालांकि दीवारों पर संदेश लिखने, पोस्टर चिपकाने एवं स्िटकर लगाने के लिए लाहौर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है. जिनसे सघन पूछताछ कर रही है.

 

खुफिया एजेंसियां जांच में जुटी

पंजाब पुलिस के उपमहानिरीक्षक हैदर अशरफ के मुताबिक शहर में आईएसआईएस के पोस्टर लगाने और दीवार पर लिखने वाले तत्वों के खिलाफ हमने प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इसके पीछे के लोगों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की है. अशरफ ने कहा, हम इस सिलसिले में सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं. बहरहाल, खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, सिपह-ए-शहाब, लश्कर-ए-झंगवी और कुछ अन्य सुन्नी समूह इसमें शामिल हो सकते हैं.

क्या है आईएसआईएस

आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड दी लीवेंट भी कहते हैं) एक जिहादी संगठन है, जो इराक और सीरिया में सक्रिय है. इसकी स्थापना अप्रैल 2013 में की गई थी और यह काफी तेजी से बढ़ रहा है. आईएसआईएस इराक में आतंकी संगठन अल-कायदा का सहयोगी है. यह सीरिया में सरकारी सुरक्षा बलों से लड़ रहे संगठनों में प्रमुख संगठन है. आईएसआईएस में बड़ी तादाद में विदेशी लड़ाके भी शामिल हैं. इसका मुख्य उद्देश्य इराक और सीरिया के सुन्नी इलाकों को इस्लामिक स्टेट बनाना है.

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