फेसबुक जैसी कई सोशल साइट्स पर नफरत फैलाने की कोशिश के बाद रेग्युलर बैन की समस्याइ के चलते आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट के कुछ समर्थकों ने अपनी साइट लॉन्चर की है. 5elafabook.com नाम की यह साइट फेसबुक जैसी ही है. पिछले दो दिनों से यह वेबसाइट ऑफलाइन है. सोमवार को इससे जुड़ा ट्विटर अकाउंट भी शटडाउन कर दिया गया.

 

वेबसाइट के मुख्य पन्ने पर अंग्रेजी में लंबा-चौड़ा संदेश लिखा हुआ है. इसके पीछे दुनिया का नक्शा है, जिसमें जगह-जगह पर अरबी प्रतीक चिह्न दिखाई पड़ता है.  संदेश में कहा गया है कि साइट से जुड़ी सूचनाएं, विवरण और इसके सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तात्कालिक रूप से सेवाएं बंद की गई है. इसमें ये भी कहा गया है कि यह साइट स्वतंत्र है और इसका इस्लामिक स्टेट से कोई संबंध नहीं है. हालांकि इसमें इस्लामिक शासन के नाम पर कट्टरपंथी समूहों के हिंसा को जायज बताया गया है.

 

अभी यह साफ नहीं है कि इस साइट को किसने बनाया है और इसके साथ अब तक कितने लोग जुड़ चुके हैं. वेब सेवा प्रदात्ता कंपनी GoDaddy.com पर इसे तीन मार्च को रजिस्टर्ड किया गया है. पता आइएस के नियंत्रण वाले इराक के मोसुल का दिया गया है.

आइएस की जेल से भागे 95 कैदी

इस बीच खबर आ रही है कि सीरिया के उत्तरी भाग में स्थित आइएस के नियंत्रण वाले एक जेल से 95 कैदी भागने में सफल रहे. हालांकि बाद में इनमें से अधिकतर को पकड़ लिया गया. मानवाधिकार संगठन सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने यह जानकारी दी है. जेल से भागने की घटना अल-बाब शहर में घटी. भागने वाले कैदियों में कुर्द लड़ाके, आम नागरिक और आइएस विरोधी बटालियन के सदस्य थे. घटना के बाद शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया. घरों की तलाशी ली गई और लाउडस्पीकर पर स्थानीय लोगों से इन कैदियों को पकडऩे को कहा गया.

अल-आलम पर सेना का कब्जा

इराक में तिकरित के करीब स्थित अल आलम शहर को इराकी सेना ने आइएस के कब्जे से मुक्त करा लिया है. वहीं, लीबिया में आइएस ने एक बांग्लादेशी समेत आठ विदेशी नागरिकों को अगवा कर लिया है. इस बीच, सीरिया में सोमवार को राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक सैनिकों और विद्रोहियों के बीच भीषण संघर्ष के बाद तुर्की ने सीमा सील कर दी है.

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