इस्लमिया मॉन्टेसरी इंग्लिश स्कूल पर पूर्व मैनेजर ने जड़ दिया ताला

250 स्टूडेंट्स की पढ़ाई ठप, डीएम ने डीआईओएस को सौंपी जांच

BAREILLY :

सरकारी की तरह ही निजी स्कूल्स में भी बच्चों की पढ़ाई जिम्मेदारों की आपसी खींचतान का शिकार हो रही है। बिहारीपुर पुलिस चौकी के सामने स्थित इस्लामियां मॉन्टेसरी पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट की आपसी लड़ाई का खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। स्कूल मैनेजमेंट ने चुनाव के बाद मैनेजर बदल दिया। इस पर मैनेजर ने जिद दिखाते हुए स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही अग्रिम आदेशों तक स्कूल बंद होने का नोटिस चस्पा कर दिया। स्कूल बंद होने से स्टूडेंट्स घर पर बैठने को मजबूर हैं।

करीब 250 स्टूडेंट्स हैं रजिस्टर्ड

'द लोकल कमेटी ऑल इंडिया मुस्लिम एजुकेशन कॉन्फ्रेंस' से संचालित इस स्कूल में क्लास एक से पांच तक करीब 250 स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं। सोसाइटी के बोर्ड ऑफ कंट्रोल ने 28 सितंबर 2015 को स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया। बोर्ड ने इकबाल जावेद एडवोकेट को प्रबंध समिति का अध्यक्ष और रियासत अली खां को मैनेजर चुना। वहीं 29 सितंबर 2015 को स्कूल के पूर्व मैनेजर मो। मुसीव रजा को लेटर भेजकर नई कमेटी के गठन होने की जानकारी दी। पूर्व मैनेजर ने नई कमेटी को मानने से इनकार कर आठ अप्रैल 2017 को स्कूल में ताला जड़ दिया।

डीआईओएस ने झ्ाड़ा पल्ला

स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित होने पर नई कमेटी के नवनियुक्त मैनेजर और नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने एक मई को डीएम को शिकायती पत्र सौंपा। साथ ही स्टूडेंट्स हित में जल्द से जल्द ताला खुलवाने और मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डीएम ने डीआईओएस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। लेकिन मामला बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़ा होने परा डीआईओएस ने शिकायती पत्र बीएसए को भेजकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।

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विभाग को शिकायती पत्र मिल गया है। जल्द ही जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। स्टूडेंट्स के भविष्य से किसी भी कीमत पर खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

चंदना यादव, बीएसए