सिटी पुलिस ने आउटर एरिया में लूटपाट करने वाले गैंग के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक कम उम्र के ये शातिर बदमाश विरोध करने पर पीडि़त की हत्या करने से भी नहीं चूकते थे। पिछले दिनों चौबेपुर में व्यवसायी से लूट के प्रयास में विफल होने पर बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। पूछताछ के दौरान पकड़े गए अभियुक्तों ने लगभग आधा दर्जन वारदातों का खुलासा किया है। अभियुक्तों की पहचान काशीनाथ पुरवा, चौबेपुर निवासी छान शुक्ला, प्रदीप उर्फ छोटू शुक्ला, नारामऊ निवासी अंकुर उर्फ लकी द्विवेदी, शिवराजपुर निवासी अंकुर तिवारी और गौरी लक्खा, चौबेपुर निवासी अजीत तिवारी के रूप में हुई है। इनके पास से लूट के 15,000 रुपये, दो बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं.
रेकी करने के बाद देते थे अंजाम
एसएसपी यशस्वी यादव ने बताया कि गैंग के मेंबर्स बेहद शातिर हैं। गैंग का मेंबर अजीत तिवारी वेल एजुकेटेड है और अच्छा एकाउंटेंट भी है। अजीत एग्रो बीज नाम की कंपनी में जॉब करता था। इसके अलावा कई जगहों पर एकाउंटिंग भी करता था। लेकिन ये नौकरी सिर्फ रेकी करने के लिए करता था। चौबेपुर में विजय गुप्ता को गोली मारकर लूट, जोरावर रोड पर अतुल से लूटपाट, शिवराजपुर में बिजनेसमैन पवन कुमार से तमंचे के बल पर लूट और कल्याणपुर में यूनिवर्सिटी के पास गणेश गुप्ता से एक लाख रुपये की लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
गैंग की जड़े बहुत गहरी हैं
पुलिस के मुताबिक छोटी से उम्र में ही इस गैंग के मेंबर्स ने अपराध का बड़ा सफर तय कर लिया है। इसकी सबसे बड़ी वजह इस गैंग की जड़ों का बेहद गहरा होना है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक इस गैंग का रिश्ता कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 15 साल पहले तक आतंक का प्रयाय बने काशीनाथ पुरवा, चौबेपुर के गैंग से है। इस सूचना के बाद पुलिस अब इनकी पूरी हिस्ट्री खंगालने में जुट गई है.
सिटी पुलिस ने आउटर एरिया में लूटपाट करने वाले गैंग के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक कम उम्र के ये शातिर बदमाश विरोध करने पर पीडि़त की हत्या करने से भी नहीं चूकते थे। पिछले दिनों चौबेपुर में व्यवसायी से लूट के प्रयास में विफल होने पर बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। पूछताछ के दौरान पकड़े गए अभियुक्तों ने लगभग आधा दर्जन वारदातों का खुलासा किया है। अभियुक्तों की पहचान काशीनाथ पुरवा, चौबेपुर निवासी छान शुक्ला, प्रदीप उर्फ छोटू शुक्ला, नारामऊ निवासी अंकुर उर्फ लकी द्विवेदी, शिवराजपुर निवासी अंकुर तिवारी और गौरी लक्खा, चौबेपुर निवासी अजीत तिवारी के रूप में हुई है। इनके पास से लूट के 15,000 रुपये, दो बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं.

रेकी करने के बाद देते थे अंजाम

एसएसपी यशस्वी यादव ने बताया कि गैंग के मेंबर्स बेहद शातिर हैं। गैंग का मेंबर अजीत तिवारी वेल एजुकेटेड है और अच्छा एकाउंटेंट भी है। अजीत एग्रो बीज नाम की कंपनी में जॉब करता था। इसके अलावा कई जगहों पर एकाउंटिंग भी करता था। लेकिन ये नौकरी सिर्फ रेकी करने के लिए करता था। चौबेपुर में विजय गुप्ता को गोली मारकर लूट, जोरावर रोड पर अतुल से लूटपाट, शिवराजपुर में बिजनेसमैन पवन कुमार से तमंचे के बल पर लूट और कल्याणपुर में यूनिवर्सिटी के पास गणेश गुप्ता से एक लाख रुपये की लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

गैंग की जड़े बहुत गहरी हैं

पुलिस के मुताबिक छोटी से उम्र में ही इस गैंग के मेंबर्स ने अपराध का बड़ा सफर तय कर लिया है। इसकी सबसे बड़ी वजह इस गैंग की जड़ों का बेहद गहरा होना है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक इस गैंग का रिश्ता कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 15 साल पहले तक आतंक का प्रयाय बने काशीनाथ पुरवा, चौबेपुर के गैंग से है। इस सूचना के बाद पुलिस अब इनकी पूरी हिस्ट्री खंगालने में जुट गई है।