JAMSHEDPUR: कोल्हान के 173 लोग सरकार को एक करोड़ से ज्यादा आयकर देते हैं, जिसमें आठ लोग 10 करोड़ रुपये या इससे अधिक इनकम टैक्स देते हैं। यह आंकड़ा प्रधान आयकर आयुक्त अविनाश किशोर सहाय ने मंगलवार को जारी किया। आयुक्त ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ से ज्यादा टैक्स देने वाले पांच ही लोग थे, जिसमें तीन लोग बढ़ गए। वहीं 1-10 करोड़ के बीच टैक्स देने वाले पिछले साल 140 लोग थे, जो वित्तीय वर्ष 2017-18 में 165 हो गए।

इससे पूर्व आयुक्त ने बताया कि पिछले दो वर्ष में आयकर छूट की सीमा नहीं बढ़ने के बावजूद आयकरदाताओं की संख्या कम नहीं हुई है। इनकी संख्या में वृद्धि हो रही है। सिर्फ जमशेदपुर (कोल्हान) में एक वर्ष के भीतर 65,726 आयकरदाता बढ़ गए। आयकर दिवस पर सर्किट हाउस एरिया स्थित कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सहाय ने बताया कि वर्ष 2016-17 में 1,46,669 लोगों ने रिटर्न दाखिल किया था, जबकि वर्ष 2017-18 में 2,12,395 आयकर रिटर्न भरे गए। यही नहीं इस अवधि में टैक्स कलेक्शन दो वर्ष में दोगुना हो गया। वर्ष 2015-16 में 164.9 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था, जबकि 2016-17 में यह 2532.6 करोड़ और 2017-18 में 350.3 करोड़ रुपये हो गया। राजस्व संग्रह में लगातार दोनों वित्तीय वर्ष में 87.7 और 97.7 फीसद बढ़ोत्तरी हुई। मैनपावर की कमी के बावजूद विभाग की यह उपलब्धि कम नहीं है।

20 फीसद ही दे रहे टैक्स

आयकरदाता में उल्लेखनीय वृद्धि के बावजूद कोल्हान के 20 फीसद लोग ही टैक्स दे रहे हैं। आयकर आयुक्त बताते हैं कि जमशेदपुर के टैक्स बेस में 10,56,049 व्यक्तिगत आयकरदाता हैं, जिसमें 2,03,846 लोगों ने ही रिटर्न दाखिल किया। सवाल है कि बाकी 80 फीसद लोग कहां हैं। इससे बड़ी बात कंपनियों की है, जिसमें 2,232 में 1,446 ने रिटर्न नहीं भरा। विभाग इन सभी चूक कर्ताओं को नोटिस भेजेगा।

नोटबंदी के मामले निपटे

प्रधान आयकर आयुक्त ने बताया कि नोटबंदी के दौरान जो भी केस मिले थे, लगभग सभी हल हो गए। जमशेदपुर के बैंक में 10 लाख से अधिक नगदी जमा करने वाले 543 लोगों की सूची उन्हें मिली थी, जिसमें 520 लोगों ने केवल कर अदा किया, बल्कि आयकर रिटर्न भी दाखिल किया। 23 लोग ऐसे हैं, जिनका या तो निधन हो गया है, या उनकी पहचान नहीं हो रही है। ऐसे लोगों को दूसरे माध्यम से जानकारी जुटाकर नोटिस भेजी जाएगी। इसके बाद भी ये लोग सामने नहीं आए तो उनकी संपत्ति-परिसंपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जाएगी। उन लोगों का भी बैंक खाता और प्रापर्टी सीज किया जाएगा, जिन्होंने रिटर्न दाखिल नहीं किया या गलत रिटर्न दिखाया है।

पिछले साल सर्वे से 14.47 करोड़

आयकर विभाग जमशेदपुर ने गत वित्तीय वर्ष 2017-18 में 54 सर्वे किया था, जिससे 14.47 करोड़ रुपये का राजस्व आया। वहीं 2018-19 में अब तक नौ सर्वे हुए हैं, जिसमें 162 लाख रुपये कर लगाया गया है। गत वित्तीय वर्ष में 13 रिकवरी सर्वे हुए थे, जिससे विभाग को बकाया कर के रूप में 1.43 करोड़ रुपये मिले।