PATNA: आखिरकार, बिहार में लंबी जददोजहद के बाद केन्द्र सरकार की ओर से सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के माध्यम से सूचनाओं का एक उपयोगी तंत्र स्थापित करने और रोजगार को बढ़ावा देने का काम प्रारंभ हो गया है। लिहाजा, अब राज्य सरकार भी आईटी सेक्टर में बड़े और महत्वाकांक्षी लक्ष्य को सच करने में जुटी है। यहां आईटी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सरकार सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र के विकास के लिए रोड मैप बना रही है। इस रोड मैप में बिहटा में ख्भ् एकड़ में आइटी पार्क, राजगीर में आईटी सिटी का निर्माण, राजधानी के डाक बंगला चौराहे पर आईटी टॉवर का निर्माण और बीआइटी पटना में इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।

मैनुफैक्च¨रग हब बनाने का है लक्ष्य

राज्य सरकार का फोकस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण क्षेत्र में बिहार को इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्च¨रग हब बनाने पर है। सूत्रों ने बताया कि आईटी सेक्टर का रोड मैप बनाने के लिए एक सप्ताह के अंदर कंसलटेंट एजेंसी नियुक्त करने की संभावना है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों आइटी मंत्री डॉ। अशोक चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में रोड मैप का मसला उठा था। मंत्री ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण क्षेत्र में बिहार में उपलब्ध संभावनाओं को देखते हुए युवाओं को विशेष प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया था।

आइडीए में बनेगी सहमति

इसके अलावा उपलब्ध अन्य संभावानाओं पर कार्य करने के लिए आईटी सेक्टर के विकास का रोड मैप बनाए जाने की बात कही थी। सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी (आइडीए) की बैठक में इस मसले पर अंतिम सहमति बनेगी। इससे पहले मंत्री के स्तर पर कंसलटेंसी एजेंसी के कार्यकलाप और उसके द्वारा बिहार में किए गए कार्यो पर चर्चा होगी। सरकार का लक्ष्य न केवल उत्पादन बल्कि इससे जुडे़ रोजगार के अवसर को भी बढ़ाना है।

रोड मैप में यह होगा विशेष :

- बिहटा में ख्भ् एकड़ में आईटी पार्क का निर्माण

- निवेशकर्ता कंपनियों के लिए माकूल माहौल बनाना

- बीपीओ के माध्यम से बिहार के मानव संसाधन का उपयोग

- बीआइटी पटना में एक इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना

- डाकबंगला चौराहे पर आईटी टॉवर का निर्माण

- राजगीर में आईटी सिटी का निर्माण

- नाइलेट के माध्मय से राज्यकर्मियों का प्रशिक्षण