उन्हें रविवार को इतालवी जहाज़ से हिरासत में लिया गया था और सोमवार को मजिस्ट्रेट के घर पर पेश किया गया था। रविवार को जहाज पर इनसे लंबी पूछताछ की गई थी। दरअसल पिछले बुधवार को कोच्चि में समुद्री तट में दो भारतीय मछुआरों पर गोली चला दी गई थी।

रिपोर्टों के मुताबिक 25 वर्षीय आजेश बिनकी और 45 वर्षीय जलास्टीन पर इतालवी जहाज़ के सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर इसलिए गोली चलाई क्योंकि उन्हें लगा कि ये मछुआरे समुद्री लुटेरे हैं.इटली के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई।

कूटनीतिक विवाद

इस घटना के बाद भारत और इटली के बीच कूटनीतिक विवाद हो गया है। भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इस घटना को गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

इस मामले को लेकर भारत में इटली के राजदूत को भी विदेश मंत्रालय तलब किया गया था। हिरासत के पहले तीन दिनों के लिए इन मरीनों को पुलिस को सौंप दिया गया है।

इटली के विदेश मामलों, रक्षा और न्याय मंत्रालय के विशेषज्ञ इस मुद्दे पर बात करने के लिए रविवार से ही दिल्ली में है। इटली का कहना है कि उसके नागरिकों को भारतीय क़ानून के तहत हिरासत में नहीं लिया जा सकता। लेकिन भारत इन पर स्थानीय क़ानून के तहत आरोप दायर करना चाहता है।

इतालवी जहाज सिंगापुर से मिस्र जा रहा था और क्रू में 19 भारतीयों समेत 34 लोग शामिल थे। केरल सरकार ने मृत मछुआरों के परिवारवालों को पाँच लाख रुपए मुआवज़े के तौर पर दिए हैं।

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