भूपेंद्र सिंह ने किया कमांड

सीमाद्वार स्थित आईटीबीपी की 23वीं वाहिनी में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। जीडी भूपेंद्र सिंह ने परेड को कमांड किया। इस मौके पर परेड की सलामी होने के बाद सभी जीडी ने मार्च पास्ट कर अपना अनुशासन और दम दिखाया। परेड में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे डीजीपी उत्तराखंड जेएस पांडे ने कहा कि अब पैरामिलिट्री फोर्सेज के काम और जिम्मेदारी का दायरा बदल रहा है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें न केवल देश की रक्षा करनी होती है, बल्कि समाज के कार्यों में भी रक्षक की भूमिका निभानी होती है। इसलिए यह जरूरी है कि पास आउट होने जा रहे सभी जांबाज देश रक्षा के साथ ही समाज रक्षा की भी कसम खाएं।

44 सप्ताह की ट्रेनिंग

इससे पहले आईटीबीपी उत्तरी फ्रंटीयर के महानिरीक्षक वीके उप्रेती ने परेड की सलामी ली। कार्यक्रम के दौरान कमांडेंट प्रशिक्षण विजय कुमार ने बताया कि 44 सप्ताह के प्रशिक्षण के दौरान नव हिमवीरों को शस्त्र संचालन, कवायद, शारीरिक शक्ति तथा सहनशीलता, रण कौशल, प्रशासन, आपदा प्रबंधन गुरिल्ला युद्ध पद्धति, विस्फोटक विज्ञान, फील्ड इंजीनियरिंग आदि की जानकारी दी गई। परेड में डीआईजी संजय सिंघल, एससी ममगांई, डीपी धनकड़ और पीआरओ संजय बोस आदि सहित भारी संख्या में पासआउट होने वाले हिमवीरों के परिजन भी मौजूद रहे।

जांबाजों के करतबों ने मोहा मन

आईटीबीपी की पासिंग आउट परेड के दौरान हिमवीरों के हैरतअंगेज प्रदर्शन ने सबको चौंका दिया। टीम के सदस्यों ने आग से बीच में से कूदना, हाथों से बर्फ की सिल्लियां तोडऩा, छाती पर पत्थर तोडऩा आदि प्रदर्शन दिखाकर दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरी।