-टायलेट करने के बहाने हथकड़ी से हाथ निकालकर हुआ था फरार

-मूंछ बढ़ाई लेकिन फिर भी क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ा

BAREILLY: बरेली जंक्शन से पुलिस कस्टडी से हथकड़ी से हाथ निकालकर फरार हुए ईनामी बदमाश दिनेश उर्फ हरिनंदन को गिरफ्तार कर लिया है। हरिनंदन पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद ट्रक पर हेल्पर बनकर नेपाल बॉर्डर के पास बिहार चला गया था। पुलिस से बचने के लिए उसने अपनी मूंछ भी बढ़ा ली थी। पुलिस ने जब उसका रिकॉर्ड खंगाला तो बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई व उत्तराखंड में ही 14 मामले लूट के निकले। इसके अलावा यूपी व उत्तराखंड के अन्य थानों से रिकॉर्ड मंगाया जा रहा है।

तीन पुलिसकर्मी हुए थ्ो सस्पेंड

बता दें कि 24 अगस्त को दिनेश उर्फ हरिनंदन को डिस्ट्रिक्ट जेल से उधमसिंह नगर की कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा था। उसकी कस्टडी के लिए पुलिस लाइंस से एक एचसीपी व दो कांस्टेबल की ड्यूटी लगी थी। वह प्लेटफार्म नंबर 2 पर टॉयलेट करने के बहाने से हथकड़ी से हाथ निकालकर फरार हो गया था। इस मामले में जीआरपी बरेली जंक्शन पर एफआईआर दर्ज की गई थी और तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। उस पर एसपी जीआरपी मुरादाबाद ने 5 हजार का ईनाम घोषित किया था, जिसके बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश में लगी हुई थीं। फ्राइडे रात क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि वह बिहार से ट्रक में केले लोड कर बरेली मंडी आया है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे व उसके साथी नरेंद्र पाल निवासी देवरनियां को गिरफ्तार कर लिया है।

नाम बदलकर रखा बाबा

एसपी क्राइम रमेश भारतीय के मुताबिक पूछताछ में दिनेश ने बताया कि जब पुलिस उसे लेकर जा रही थी तो उसके हाथ में बंधी हथकड़ी काफी ढीली थी। जिससे उसे लगा कि भागने का मौका है और उसने हथकड़ी निकाली और फरार हो गया। ट्रक पर हेल्पर बनने के दौरान उसने अपना नाम ही बदल लिया। उसने किसी को बाबा और किसी को चौधरी बताया। इस दौरान उसके परिजन भी फरार होकर रुद्रपुर में चले गए। वह इस दौरान अपने साथियों के साथ भी संपर्क में था और हल्द्वानी व रुद्रपुर में लूट की वारदातों को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा था।