पुलिस का कहना है कि इस हत्या के मामले में विनोद असरानी यानी विनोद चेंबूर की अहम भूमिका हो सकती है। इस गिरफ़्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक गिरफ़्तार व्यक्तियों की संख्या आठ हो गई है।

उल्लेखनीय है कि 56 वर्षीय पत्रकार ज्योतिर्मय डे मुंबई के मिड डे अख़बार के लिए काम करते थे और गत 11 जून को मोटर साइकिल पर सवार चार लोगों ने पवई इलाक़े में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी।

पुलिस का दावा है कि ज्योतिर्मय डे की हत्या अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के इशारे पर की गई थी। पुलिस का कहना है कि इसके लिए पाँच लाख रुपए दिए गए थे। हालांकि पुलिस ने अभी तक हत्या के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा है।

आठवीं गिरफ़्तारी

मुंबई की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार, "विनोद असरानी उर्फ़ विनोद चेंबूर के बारे में संदेह है कि उसने हत्यारों को ज्योतिर्मय डे को पहचानने में मदद की। उसे पहले पूछताछ के लिए लाया गया था लेकिन बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया."

उन्होंने आरोप लगाया, "हमारे पास सूचना है कि विनोद असरानी ने हत्या के एक दिन पहले उसकी हत्यारों से मुलाक़ात की थी और उसने हत्यारों को पैसे भी दिए थे."

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार गिरफ़्तारी के बाद विनोद असरानी को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहाँ अदालत ने उन्हें सात जुलाई तक पुलिस हिरासत में दे दिया है।

पिछले शनिवार को पुलिस ने पत्रकार डे की हत्या के आरोप में रोही थंगप्पन जोसफ़ उर्फ़ सतीश कालिया (34 वर्ष), उनके सहयोगी अभिजीत शिंदे (28), अरुण डाके (27), सचिन गायकवाड (27), अनिल वाघमोरे (35), निलेष शेंगड़े (34) और मंगेश अगवाने (25) को गिरफ़्तार किया था।

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