- प्रदेश में क्चछ्वक्क सरकार आने के बाद माफिया गैंग्स में मची खलबली

- आगरा जेल में बंद मुख्तार अंसारी और झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी को दूसरे जेलों मेंह्यद्धद्बद्घह्ल करने की तैयारी

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

प्रदेश में सत्ता क्या बदली हर तरफ खलबली मच गई। खुली हवा में सांस लेने वालों में तो चर्चा शुरू ही हुई साथ में जेल की चहारदीवारी के अंदर भी सत्ता बदलने के साथ हलचल बढ़ गई है। आप सोच रहे होंगे कि सत्ता बदलने से जेल में बढ़ी हलचल का क्या कनेक्शन है? दरअसल बीजेपी के आने के बाद पूर्वाचल के दो माफिया गुट सकते में हैं। एक तरफ बृजेश गुट बीजेपी के नजदीकी बढ़ने के कारण रिलैक्स्ड है तो वहीं बीजेपी नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में फंसे मुख्तार गैंग की रातों की नींद उड़ गई है। सबसे ज्यादा परेशानी में मुख्तार और मुन्ना बजरंगी हैं। क्योंकि खुद पीएम मोदी ने मऊ की अपनी चुनावी रैली में दहाड़ कर कहा था कि सरकार बनने के बाद माफिया जेल से गैंग संचालित नहीं कर पाएंगे। उनका इशारा मुख्तार अंसारी और उनसे जुड़े मुन्ना बजरंगी की ओर था। इसके चलते इस गैंग के गुर्गे परेशान हैं।

बनारस जेल में भी तैयारी

मुख्तार अंसारी इस वक्त आगरा जेल में बंद हैं जबकि मुन्ना बजरंगी झांसी जेल में हैं। इन दोनों के पूर्वाचल के बाहर होने के कारण इस वक्त हाल में ही बीजेपी के टिकट पर सैयदराजा सीट से विधायक बने सुशील सिंह अपने चाचा बृजेश को पूर्वाचल में और मजबूत करने में जुट गए हैं। चूंकि बृजेश को पहले ही बीजेपी ने एमएलसी बनाने के लिए बाहर से सपोर्ट किया था। इसलिए इस गुट के सत्ता के करीब होने से इन्हें डर कम है। यही वजह है कि बृजेश पहले ही दूसरे जिले से बनारस सेंट्रल जेल में शिफ्ट किए जा चुके हैं। जबकि मुन्ना बजरंगी को झांसी से हटाकर बनारस या पूर्वाचल की दूसरी जेल में कुछ दिनों के लिए शिफ्ट करने की भी बात सोर्सेज बता रहे हैं।

नहीं चलेगा जेल से गैंग

- मुख्तार और बजरंगी पर नकेल कसने की बात पीएम भी कह चुके हैं

- उन्होंने मऊ की रैली में साफ किया था कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद कोई माफिया जेल से गैंग नहीं चला पाएगा।

- इस वजह से मुख्तार को आगरा से और बजरंगी को झांसी से हटाने की तैयारी है

- शासन इन दोनों को उन जेलों में रखने की तैयारी में है, जहां से इनका नेक्सस टूट सके

- जबकि बृजेश के भतीजे सुशील के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले विनीत सिंह और उनके गुर्गे भी परेशान हैं

- विनीत इस वक्त रंगदारी के एक मामले में रांची जेल में बंद हैं

आसान नहीं होगी राह

- हालांकि मुख्तार, बजरंगी और विनीत को दूसरी जेलों में भेजना आसान नहीं है

- कानून के जानकारों के मुताबिक इनकी प्रदेश के बाहर शिफ्टिंग सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर होगी

- इसके लिए इनके मामले में जो भी वादी होगा उसकी तरफ से कोर्ट में इनको शिफ्ट करने के लिए एप्लीकेशन देनी होगी

- जिसकी जांच के लिए कोर्ट प्रदेश सरकार को कहेगा

- प्रदेश सरकार की रिपोर्ट के बाद ही इनको प्रदेश के बाहर दूसरे स्टेट में भेजा जा सकेगा

खुफिया भी हुआ अलर्ट

- पूर्वाचल के दूसरे माफिया गुट के दो बड़े नामों को दूसरे जेलों में शिफ्टिंग की बात से इनके गुर्गे परेशान हैं

- वजह रंगदारी से लेकर दूसरे काले कारोबार जेल से ही ये गुर्गो के बल पर अब तक चलाते रहे हैं

- यही वजह है कि खुफिया विभाग इन गैंग से जुड़े लोगों पर निगरानी रखे हुए है

- हाल ही में मुन्ना बजरंगी को सीने में सीवियर पेन भी हुआ था, जिसके बाद झांसी जेल में उससे मिलने जाने वालों की भी निगरानी हो रही है

- मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले बजरंगी के पूर्वाचल से दूर ही रखने की तैयारी है

- मुख्तार के करीबियों पर भी खुफिया विभाग की नजर है

जेलों में बंद माफिया पर निगरानी प्रॉपर रखी जा रही है। दूसरे जिलों में बंद माफिया को लेकर अभी कोई आदेश नहीं है।

एन रवीन्द्र, आईजी