-7 कुख्यात बंदी पेशी के बाद पहुंचे शराब के नशे में, बंदी रक्षकों से की मारपीट

-एफआईआर दर्ज, कोर्ट लॉकअप में तैनात चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट जेल से बरेली कोर्ट में पेशी के दौरान बंदियों की मौज मस्ती का बड़ा मामला सामने आया है। तीन दिन पहले जेल से 7 कुख्यात बदमाश पेशी पर कोर्ट में लाए गए। जब सभी जेल में वापस दाखिल हुए तो नशे में धुत थे। जेल में एंट्री के दौरान बंदी रक्षकों ने जब उनकी चेकिंग की तो बंदियों ने मारपीट की। जब उनका मेडिकल कराया गया तो सभी में नशे की पुष्टि हुई। जेल प्रशासन ने सभी के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। एसएसपी ने मामले की जांच के बाद कोर्ट लॉकअप में तैनात चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके अलावा पेशी पर ले जाने वाले पुलिसकर्मियों की भी जांच की जा रही है। जेल सुपरिंटेंडेंट ने डीएम को भी मामले की रिपोर्ट भेजी है।

जान से मारने की धमकी

9 अक्टूबर को बंदी गोल्डी उर्फ परिचय सक्सेना, राहुल उर्फ मोनू ठाकुर, रोहित यादव, सचिन उर्फ हनी उर्फ हनिया, जसवीर सिंह, पिंकू उर्फ महेंद्र और अंकित यादव को दोपहर में पेशी पर बिथरी चैनपुर स्थित डिस्ट्रिक्ट जेल से कोर्ट परिसर में पेशी पर लेकर जाया गया था। पेशी से वापसी में एचसीपी पूरन सिंह के द्वारा में सभी को 6 बजकर 25 मिनट पर दाखिल करने पहुंचे। गेट कीपर इश्तफाक हुसैन और सेकंड गेट कीपर महेश कुमार ने तलाशी लेना शुरू किया तो अभियुक्तों ने विरोध करना शुरू कर दिया और जेल में जबरन घुसने का प्रयास किया। बातचीत में सभी के मुंह से गंध आ रही थी, जिसके बाद जेल के डॉक्टर द्वारा मेडिकल किया गया तो सभी में शराब की पुष्टि हुई। अंकित यादव पर 18, भाई सचिन उर्फ हनी पर 7, रोहित पर 4 व अन्य पर भी कई-कई मुकदमे दर्ज हैं।

बंदी रक्षक व नम्बरदारों को धमकी

अभियुक्तों ने बंदी रक्षक महेश, नम्बरदार आशुतोष और भगवानदास से झगड़ा करने लगे और जान से मारने की धमकी दी। सभी ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं माने और नंबरदार के भाइयों को भी जान से मारने की धमकी दी। सभी बंदियों ने जेल के नियमों का उल्लंघन किया। एसएसपी ने कोर्ट लॉकअप में तैनात कांस्टेबल अनिरुद्ध, राकेश, ऋषिदेव और विनेश को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस ने कोर्ट परिसर और जेल परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज भी देखे हैं, जिनमें पेशी पर शराब पिलाने की कोई बात सामने नहीं आयी है।

पुलिस पर कर चुके हैं हमला

अंकित यादव व उसके साथी काफी शातिर हैं। इन पर हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। बदमाश और उनके परिजन कई बार दबिश के दौरान पुलिस पर भी हमला कर चुके हैं। किसी तरह से एसटीएफ ने दबिश देकर बदमाशों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जानकारी के मुताबिक सभी जेल में भी अपना रौब दिखाने की कोशिश करते हैं। इसी के तहत उन्होंने पेशी के दौरान शराब पी।

जेल में पेशी के बाद 7 बंदी नशे की हालत में लौटे थे। मेडिकल में नशे की पुष्टि हुई है। एफआईआर दर्ज कराकर रिपोर्ट भेज दी गई है।

ओपी मिश्रा, डिस्ट्रिक्ट जेल सुपरिंटेंडेंट