कांवडि़यों द्वारा अभिषेक शाम को हितकर

MEERUT : शिवरात्रि 12 अगस्त को पुनर्वसु नक्षत्र त्रयोदशी तिथि में मनाई जाएगी। पंडित विनोद त्रिपाठी के अनुसार, बुधवार को सुबह 10.47 बजे से जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा। इस दौरान शिवभक्त जलाभिषेक कर सकते हैं। वहीं, त्रयोदशी शाम 5.40 बजे जलाभिषेक का श्रेष्ठ समय है। इसके बाद चतुर्दशी शुरू हो जाएगी। कांवडि़यों के लिए शुभ चतुर्दशी से शुरू होगा। शिवरात्रि पूजन सुबह 10.47 बजे से दोपहर 2.12 बजे तक रहेगा। शाम को पूजन का समय 4.13 से 5.33 बजे तक रहेगा। स्वर्ण पदक विजेता ज्योतिषविद् अनुराधा गोयल के अनुसार शुक्र और बुद्ध की युति बन रही है जो 93.3 प्रतिशत हितकारी फल का योग बनाएगी। शाम 4.13 से 5.33 तक पूजन 94.2 प्रतिशत सफलता के योग बना रहा है।

बाबा औघड़नाथ मंदिर में अभिषेक

बाबा औघड़नाथ मंदिर मंगलवार को पूरी रात खुली रहा। अध्यक्ष डा। महेश बंसल व महामंत्री सतीश सिंघल ने बताया कि शिवरात्रि पर 12 अगस्त को पूरी रात मंदिर खुला रहेगा। सुबह पांच बजे सबसे पहले आरती होगी। सुबह की आरती के बाद मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। साथ ही पूजा अर्चना एवं जलाभिषेक शुरू होगा। दूसरी आरती का शाम चार बजे व रात एक बजे तथा चौथी आरती सुबह चार बजे होगी।

प्रमुख मंदिरों में जलाभिषेक

-सिद्धपीठ भूतेश्वर महादेव मंदिर, बुढ़ानागेट पर सुबह पांच बजे से।

-बाबा मनोहरनाथ मंदिर, सूरजकुंड पर सुबह 4 बजे पूजन होगा। पांच बजे से जलाभिषेक होगा।

-दयालेश्वर महादेव मंदिर, न्यू मोहनपुरी में कपाट सुबह 4 बजे खुलेंगे और आरती के बाद पांच बजे से अभिषेक होगा।

-शिव मंदिर, साकेत में सुबह 4.30 बजे आरती-पूजन के बाद पांच बजे से अभिषेक होगा।

-विल्वेश्वर नाथ मंदिर, सदर थाने के पीछे मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे खुलेंगे। आरती व पूजन के बाद 4.30 बजे से अभिषेक शुरु होगा।

-वामन भगवान मंदिर, सदर गंज बाजार सुबह 4.30 बजे मंदिर के कपाट खुलेंगे औ पांच बजे से अभिषेक होगा।

-श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर, सदर गंज बाजार में सुबह 4 बजे बाबा की आरती, श्रृंगार होगा। साढ़े चार बजे से अभिषेक होगा।