अरैल एरिया में ज्यादा घटनाएं होने के बाद भी नहीं देता कोई ध्यान

गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर स्नानार्थियों की सुविधा के लिए जल पुलिस की चौकी स्थापित जरूर है लेकिन यह अरैल घाट पर डूबने वालों के किसी काम नहीं आती। नदी पार करने भर की ही दूरी होने के बाद भी ज्यादातर जल पुलिस के जवान स्पॉट पर तभी पहुंचते हैं जब पूरी कहानी खतम हो चुकी होती है। बुधवार को ही यही कहानी दोहराई गई।

खाली रहता है अरैल एरिया

संगम में स्नान का धार्मिक महत्व है इसलिए यहां आम तौर पर भीड़ ज्यादा होती है। नदी के दूसरे छोर पर अरैल घाट है। स्नानार्थियों की जान बचाने के लिए संगम के समीप ही जल पुलिस की चौकी स्थापित है। यहां कर्मचारियों की तैनाती है। सुरक्षा के लिए सभी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। चौकी पर तैनात होने वाले जवान संगम एरिया पर ही कंसंट्रेट करते हैं जबकि अरैल की तरफ किसी का ध्यान नहीं होता।

तीनों के परिजन शिक्षा विभाग में

यह भी एक संयोग है कि बुधवार को डूबकर मरे तीनों छात्रों के परिवार का कोई न कोई सदस्य शिक्षा विभाग में जरूर है। ताशकंद मार्ग के रहने वाले भानु प्रताप सिंह के पिता बोर्ड आफिस में मुख्य सहायक के पद पर हैं। वह उनका एकलौता बेटा था। मां कनक लता हाउस वाइफ हैं। उसकी दो बहनें सानिया व मोनिका हैं। एकलौते बेटे की मौत के बाद परिवार के लोग सुध-बुध खो बैठे। शिवेश कुमार मौर्या पहले कटरा में रहा करता था। उसके पिता शरद कुशवाहा कुछ साल पहले चक हरिहर झूंसी में मकान बनवाकर शिफ्ट हो गए। उसकी मां अनीता मौर्या हंडिया एरिया के एक प्राथमिक विद्यायल में बतौर अध्यापिका तैनात हैं। उसका छोटा भाई स्वास्तिक बिशन जानसन स्कूल में ही क्लास सेवेंथ में पढ़ता है। रूद्र प्रताप सिंह के पिता राजीव प्रताप सिंह मनौरी स्थित एक इंटर कालेज में अध्यापक हैं। मां हाउस वाइफ हैं। एक छोटा बेटा व एक बेटी है।

नदियों में बहती जिंदगी

अल्लापुर में रहने वाले सेंट जांस एकेडमी के संचालक मिशेल इनीस और उसके फ्रेंड अम्बुज की अरैल एरिया में ही डूबने से मौत

अल्लापुर में रहने वाले प्रतियोगी छात्र अरुण यादव की संगम स्नान के दौरान हादसे में मौत

सराय इनायत निवासी अनिल की गंगा स्नान के दौरान पैर फिसलने से मौत

कीडगंज में किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करने वाले मनीष दुबे की संगम नोज पर स्नान के दौरान मौत

मोती लाल नहेरू मेडिकल कालेज के एमबीबीएस के छात्र श्रवण कुमार शर्मा की डूबने से मौत

पांच बच्चे आज स्कूल में आए ही नहीं थे। दोपहर पौने बारह बजे घटना की जानकारी नैनी इंस्पेक्टर से हुई। उनको बच्चों के पैरेंट्स के कांटैक्ट नम्बर दिए गए। गुरुवार को स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया गया है।

-डॉ। विशाल सिंह

प्रिंसिपल, बिशप जानसन स्कूल एंड कालेज