- पहले सीवर कनेक्शन खुद जोड़ने को कहा, अब लिया जा रहा फीस के साथ एफिडेविट

देहरादून।

जल संस्थान का काम करने का तरीका दूनाइट्स के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया गया है। संस्थान ने पहले लोगों से खुद सीवर कनेक्शन जोड़ने के लिए कहा और अब संस्थान के कर्मचारी पीले रंग का नोटिस लेकर ऐसे घरों में पहुंच रहे हैं। वसूली का नोटिस थमाने के साथ ही लोगों से एफिडेविट भी भरवाया जा रहा है कि वे कीचन वेस्ट सीवर लाइन में नहीं डालेंगे। नियमानुसार इस तरह का शपथ पत्र और सीवर कनेक्शन की फीस कनेक्शन लेने से पहले जमा किये जाने चाहिए थे।

कनेक्शन नहीं दिये थे

जल संस्थान की ओर से कई क्षेत्रों में सीवर लाइन तो बिछा दी गई, लेकिन कनेक्शन नहीं दिए गए। संस्थान ने अधिकृत प्लम्बर से कनेक्शन जुड़वाने की बात भी कही थी। जब लोगों ने खुद ही सीवर कनेक्शन जोड़ लिए तो अब उन्हें नोटिस देकर शपथ पत्र भरने और सीवर कनेक्शन का चार्ज भरने को कहा जा रहा है। यही नहीं 3000 रुपये न भरने पर ये राशि बढ़ाकर 4500 रुपये करने की बात भी कही जा रही है।

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नोटिस से मचा हड़कंप

वेडनेसडे को लक्ष्मण चौक, एमडीडीए कॉलोनी, कांवली रोड सहित शहरभर के करीब दो हजार लोगों को जल संस्थान की ओर से नोटिस भेजे गए। विभाग के कर्मचारी बकायदा खुद ये नोटिस लेकर क्षेत्रों में पहुंचे। पीले कलर के इस नोटिस को दिखाते हुए विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि जिन लोगों ने बिना विभाग से परमिशन लिए कनेक्शन जोड़ लिए हैं, उनको तुरंत ही ये पैसे जमा करने होंगे।

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अचानक लगी परमिशन की शर्त

शहरभर में एक अरब रुपये खर्च कर एडीबी और पेयजल निगम की ओर से सीवर और पेयजल लाइन डाली तो गई है, लेकिन इन लाइनों का यूज नहीं हो पा रहा है। दरअसल नई लाइनों से कनेक्शन जोड़ने का जिम्मा कोई विभाग नहीं ले रहा है। यहां तक कि लोग जल संस्थान जाकर कनेक्शन लेने की बात कहते रहें हैं तो अधिकारियों ने उन्हें अपने स्तर से ही कनेक्शन कर लेने को कहा। ऐसे में जब लोगों ने कनेक्शन कर लिए तो उन्हें नोटिस भेज दिए गए हैं।

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नए-पुराने सबको नोटिस

जल संस्थान की ओर से नए और पुराने सभी लोगों को नोटिस भेज दिए गए हैं। इसी बहाने विभाग अवैध कनेक्शनों को भी नियमित करने में लगा है। साथ ही नए कनेक्शन, जिनसे लोगों को फायदा मिलना भी शुरू नहीं हुआ है, उनसे भी चार्ज वसूलने की तैयारी है।

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अब भरवाया जाएगा शपथ पत्र

कायदे से जो शपथ पत्र कनेक्शन होने से पहले भरवाना चाहिए था, जिसके अनुसार उपभोक्ताओं को ये कहना था कि सीवर लाइन में वे सिर्फ सीवर ही छोड़ेंगे, किचन या वॉशरूम वेस्ट नहीं। वो शपथ पत्र अब भरवाया जा रहा है, जबकि लोग कई जगहों पर किचन वेस्ट भी सीवर लाइन में छोड़ चुके हैं। यानी लोगों के अपराध करने के बाद विभाग शपथ पत्र भरवाकर खानापूर्ति करने में लगा है।

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135 घरों को नोटिस

अचानक मोहल्ले के 135 घरों को नोटिस थमा दिया गया। साथ ही तीन हजार रुपये जमा करने को भी कहा गया। कम से कम पहले लोगों को बताना तो चाहिए था।

नवीन, एमडीडीए कॉलोनी

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यदि जल संस्थान से परमिशन लेने की बात थी तो हमें बताना चाहिए था। सीधे नोटिस थमा वसूली करना सही नहीं है। विभाग ने कनेक्शन नहीं किए तो लोगों ने ही कर लिए।

नीरज, लक्ष्मण चौक

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विभाग की ओर से अवैध कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसमें पुरानों के साथ ही नए कनेक्शन भी शामिल हैं।

मनीष सेमवाल

अधिशासी अभियंता, जल संस्थान