- 15 सितम्बर तक समयसीमा, काम पूरा न करने पर डिबार होगी कम्पनी

- नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की पहल के बाद मिली जिम्मेदारी

>

VARANASI

शाही नाले की सफाई करा रही चेन्नई की श्रीराम ईपीसी कम्पनी ने शुक्रवार से फिर से इसका जिम्मा सम्भाल लिया। नगर विकास मंत्री व डिस्ट्रिक्ट के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की पहल के बाद बात बन गई। कार्यदायी संस्था को काम पूरा करने की टाइमलाइन 15 सितम्बर तक तय की गई है। अगर कम्पनी ने निर्धारित समय में काम पूरा नहीं किया तो उसे डिबार घोषित कर दिया जाएगा। वहीं कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार से सफाई शुरू करा दी जाएगी।

55 फीसदी हो चुका है काम

पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने बनारस दौरे के दौरान कार्यदायी संस्थाओं के कार्य प्रगति की समीक्षा की थी। इस दौरान गोइठहां व दीनापुर एसटीपी निर्माण और शाही नाले की सफाई करा रही कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही सामने आई। इसपर सीएम ने सम्बंधित कम्पनियों पर एफआईआर दर्ज करने और उन्हें ब्लैक लिस्टेड करने का निर्देश दिया था, लेकिन प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने इसमें पहल की। यूपी जलनिगम (गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई) के अफसरों की मानें तो दूसरी कम्पनी शाही नाला की सफाई कराने को तैयार नहीं थी। साथ ही करीब सात किलोमीटर लम्बे नाले की सफाई का काम 55 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है। इसलिए श्रीराम ईपीसी कम्पनी को फिर से सफाई, मरम्मत व लाइनिंग का काम पूरा करने का जिम्मा दिया गया।

शासन के निर्देश पर श्रीराम ईपीसी को 15 सितम्बर तक शाही नाले की सफाई पूरा करने को कहा गया है। अगर तय समय सीमा में काम पूरा नहीं होगा तो कम्पनी को डिबार घोषित किया जाएगा।

एसके राय, जीएम, जलनिगम