पार्किंग है मेन वजह

कचहरी चौक कई रास्ते मिलते हैं। एक रास्ता एसएसपी ऑफिस होते हुए सर्किट हाउस चौराहा, दूसरा रास्ता चौकी चौराहा व चौपुला जाने के लिए, तीसरा रास्ता कलेक्ट्रेट व कोर्ट जाने के लिए, चौथा रास्ता जेल जाने के लिए और पांचवा रास्ता जंक्शन व तहसील जाने के लिए हैं। कलेक्ट्रेट के ठीक सामने बने चौराहे की हालत खस्ता है। यहां बीचों-बीच ही ऑटो खड़े होकर सवारी भरते हैं। साथ ही यहां बनी दुकानों ने आगे तक अतिक्रमण कर रखा है। सही पार्किंग सिस्टम ना होना भी यहां एक बड़ा ड्राबैक है। इस वजह से लोग अपने वाहनों को दुकानों के आगे आड़े-तिरछे खड़ा कर देते हैं।

फोर ह्वीलर सड़क पर

दूसरे और तिराहे का भी कुछ ऐसा ही हाल है। यहां भी ऑटो व टैंपो वाले सवारियां भरने के चलते बीच सड़क पर ही खड़े रहते हैं। इसके अलावा दुकानों के आगे अवैध पार्किंग से भी हाल खराब रहता है। स्टेट बैंक का हेड ऑफिस होने के कारण भी कुछ लोग सड़क पर ही फोर व्हीलर खड़ा कर देते हैं। इन ऑफिसेस में आने वाले लोग तो परेशान होते ही हैं।  

ट्रैफिक पुलिस बेबस

डीएम-एसएसपी के साथ-साथ अन्य पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों का यहां से रोजाना निकलना होता है। यहां पर पुलिसकर्मी तो तैनात हैं, लेकिन कोई भी आईलैंड नहीं है, जिस पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी खड़ा होकर ट्रैफिक कंट्रोल कर सके। रोड साइड व्हीकल्स एसएसपी ऑफिस के आगे तक खड़े हो जाते हैं।