छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज आदिवासी व दलित समाज की ओर से आहुत बंद को जमशेदपुर में विभिन्न समाजों को व्यापक समर्थन मिला। बंद को सफल करने के लिए समाज के लोगों ने जगह-जगह सड़क पर टायर जलाया और सड़क पर बैठकर आदिवासी हरिजन उत्पीड़न अधिनियम में बदलाव का विरोध किया। बंद असरदार रहा। शहर में भारत बंद को आदिवासी हो समाज युवा महासभा, रजक समाज, मुखी समाज, तुरी समाज, मुंडा युवा समिति, उरांव समाज समिति, भारत मुक्ति मोर्चा व एसटी-एससी समुदाय ने अपना समर्थन किया और बंद कराने सड़कों पर निकले। बंद के दौरान भालुबासा चौक समेत शहर के विभिन्न स्थानों में सड़कों पर टायर जलाकर आवागमन अवरुद्ध किया गया। इस अवसर पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के जिलाध्यक्ष सुरा बिरुली ने कहा कि आदिवासी-दलित समाज पर अत्याचार व शोषण किए जाने और अधिकार छिनने का प्रयास का करारा जबाव दिया जाएगा। बंद कराने के लिए जिलाध्यक्ष सुरा बिरुली, रवींद्र कुमार, राकेश उरांव, राजेश कांडेयोंग, मोहन नाग, गीता सुंडी, विनानंद सिरका, लक्ष्मी नारायण, शैलेंद्र बोयपाई, बिट्टू सामड, रायसिंह बिरुवा, दुर्गाचरण बारी, कृपा मुर्मू, डुबू सामड, नाथो कुंकल, मनोज बोदरा, संदीप सुंडी, संजय कर्मकार, जितेन सोय आदि समेत कई लोग शामिल थे।

बंद का असर टेल्को व गोविंदपुर में भी

टेल्को, गोविंदपुर व बिरसानगर क्षेत्र में बंदी का व्यापक असर देखने को मिला। चौक-चौराहों पर भी कम भीड़ देखने को मिली। यहां तक की टेल्को क्षेत्र के दोनों पेट्रोल पंप दोपहर बारह बजे के बाद बंद हो गए। यहां के आजाद मार्केट, न्यू मार्केट, सेक्टर मार्केट व जेम्को में कम लोग नजर आए। दूसरी ओर टेल्को थाना क्षेत्र के टाटा मोटर्स, टाटा हिताची व टाटा कमिंस के मुख्य गेटों पर वाहनों का काफिला कम दिखा। आदित्यपुर से आने वाले रॉ- मैटेरियल में कमी आयी। वाहनों के रोकथाम को लेकर बाहर से कोई वाहन कंपनी में नहीं आया। साकची रूट की बसे भी कम चलीं। टेंपो भी रोड पर कम दिखे। शाम से वाहनों का आना-जाना कुछ तेज हुआ। उधर छोटा गोविंदपुर, गदड़ा, राहरगोड़ा, बारीगोड़ा, बामनगोड़ा व जोजोबेड़ा में भी दुकानें बंद रहीं। गोविंदपुर के चांदनी चौक, बोलबम चौक, डिस्पेंसरी मोड, जनता मार्केट में बंद मिला जुला रहा। शाम पांच बजे के बाद सभी दुकानें खुल गईं।

बंद से कई ट्रेनें रहीं प्रभावित

पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर रेल मंडल अंतर्गत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया जबकि कुछ गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही वापस कर दिया गया। इस क्रम में ट्रेन संख्या 18184 दानापुर-टाटा, 18183 टाटा-दानापुर, 13331 धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस और 13332 पटना-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन प्रभावित रहा।

बंद आदित्यपुर में बेअसर

सोमवार को आहूत भारत बंद के दौरान वाहनों के परिचालन पर व्यापक असर पड़ा। वहीं बाजार और दुकानें सुबह में बंद रहे, लेकिन दोपहर होते-होते से खुलने लगे। पुलिस ने एहतियात के तौर पर बंद समर्थकों को हिरासत में लिया, जिन्हें निजी मुचलके पर शाम में छोड़ दिया गया। कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। महिला नेता शारदा देवी के नेतृत्व में बंद समर्थकों ने सुबह आठ बजे आदित्यपुर-कांड्रा राज्यीय राजमार्ग (एसएच) 5 को जाम कर दिया। आकाशवाणी चौक के पास मुख्य मार्ग को जाम हो गया। लगभग आधे घंटे बाद पुलिस ने सड़क जाम कर रहे बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बंद समर्थकों को सड़क से हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने गिरफ्तार 60 बंद समर्थकों को दोपहर के बाद छोड़ दिया। गिरफ्तार होने वालों में शारदा देवी, अशोक कुमार, नटवर करूवा, खिरोद सरदार, लाल बाबू सरदार, यदुनंदन राम, सियाराम बैठा, सीताराम रजक, जीतु रजक, दिलीप रजक, कमलेश कुमार राम, दुर्गा राम बैठा व अन्य लोग शामिल थे। गम्हरिया, कान्ड्रा व आसपास के क्षेत्रों में सुबह में कुछ देर तक दुकानें बंद रही किन्तु धीरे-धीरे बाजार खुल गए। सड़कों पर बड़े वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों का परिचालन सामान्य दिनों की तरह जारी रहा। हालांकि बंद समर्थकों से निबटने के लिए सभी स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी।