JAMSHEDPUR: साकची आम बागान स्थित नरायणी इलेक्ट्रानिक्स के ओनर अमित कुमार गुप्ता से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने फ् युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें अमित कुमार गुप्ता के कार के एक्स ड्राइवर कदमा उलियान निवासी पीयू लोहार भी शामिल है। जिसने काम से हटाए जाने के बाद सबक सिखाने को लेकर मालिक से रंगदारी मांगने की योजना तैयार की थी। इसमें उसका सहयोग आदित्यपुर राम मडैया बस्ती निवासी राजेंद्र राय भुंइया उर्फ दुलाल और पीयू लोहार उर्फ आलू के रिश्तेदार बुद्धु कर्मकार ने किया था। तीनों ने अमित गुप्ता को धमकी भरा कॉल एवं वाट्सएप पर संदेश भेज रुपये की मांग कर रहे थे। इससे भयभीत होकर कैशलेस पेटीएम के माध्यम से क्0 हजार रुपए का भुगतान क्0 मार्च को कर दिया था। इसकी जानकारी सिटी एसपी प्रशांत आनंद ने गुरुवार को पत्रकारों को दी।

थाने में की थी शिकायत

एसपी के अनुसार राजेंद्र राय को मानगो बस स्टैंड से, बुद्धु कर्मकार को रेलवे स्टेशन रोड प्रदीप चौक के पास से और पीयू लोहार को उलियान से गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया कदमा विजया हैरिटेज अनिल सूर पथ निवासी अमित कुमार गुप्ता ने रंगदारी मांगे जाने की शिकायत साकची थाने में अज्ञात के खिलाफ क्ब् मार्च को दर्ज कराई थी। बताया इनके मोबाइल नंबर 9ख्फ्ब्ब्भ्म्90ख् पर विभिन्न मोबाइल नंबर 9ख्फ्ब्भ्ख्ब्9क्म्, 9ख्फ्ब्म्भ्ख्9फ्9, 7फ्ख्भ्8भ्भ्800 एवं अन्य नंबरों से ख्7 फरवरी के सुबह 7.ब्0 बजे से क्0 मार्च के बीच कइ्र कॉल कर एक करोड़ रुपए की मांग की गई थी नहीं देने पर इन्हें तथा इनके भाई एवं पिता की गोली मारकर हत्या किए जाने की धमकी दी गई थी। वाट्सएप पर धमकी भरा संदेश देते हुए रुपये की मांग की थी।

पेटीएम से मांग रहे थे पैसे

कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्त में आए गिरोह देश में संभवत पहला ऐसा गिरोह है जिसने पेटीएम एकाउंट में रंगदारी भुगतान को अमित गुप्ता को वाट्सएप और इंटरनेट पर संदेश भेज रहे थे। रंगदारी मांग रहे थे। धमका रहे थे। पुलिस गिरोह तक नहीं पहुंच पा रही थी। पुलिस उन्हें फांसने को अमित गुप्ता से क्0 हजार रकम का भुगतान पेटीएम एकाउंट से रंगदारी मांगने वालों द्वारा दिए गए पेटीएम एकाउंट पर करवाया। रुपये मिलते ही रंगदारों ने ख्0-ख्0 हजार रुपये एकाउंट में जमा करने का फरमान दिया। ऐसा नहीं करने पर गोली मारने की धमकी दी जाने लगी। वहीं पुलिस रंगदारों की तलाश में लगी थी। पेटीएम एकाउंट में आए मोबाइल के सिम नंबर और मेल आइडी तकनीकी सेल से पुलिस ने हासिल किए। जानकारी हुई मेल आइडी और सिम फेंक नाम से है। सिम इस्तेमाल करने वाले युवक तक पुलिस लोकेशन के आधार पर पहुंची। युवक राजेंद्र राय पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपने सहयोगी पीयू लोहार और बुद्धु को गिरफ्तार किया। सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। बैंक से भी पुलिस ने एकाउंट एकत्र किया। एसपी ने बताया वोडाफोन कंपनी बिना फिंग्रर प्रिंट के सिम उपलब्ध करा दे रही है।