विजय कुमार शर्मा

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र :कहते है मंजिले उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है.. ऐसा की कुछ सपना सच कर दिखाया जिले की एक असाधारण जल सहिया बिमला समद ने. 27 सितंबर 2018 को रांची में आयोजित सम्मान समारोह में उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू ने जब इन्हें सम्मानित किया तो उनकी आंखे खुशी से भर आई. बिमला कहती है कभी सपने भी नहीं सोचा था कि गांव के लोगों का भला करने का इतना बड़ा फल मिलेगा. सरजामदा इलाके के दक्षिण गदरा पंचायत के जसकनडीह में रहने वाली जल सहिया बिमला को बचपन से ही समाज सेवा करना अच्छा लगता था. बिमला ने बताया कि पति राजमिस्त्री है. उनके घर पर न होने पर मै ग्राम विकास की मीटिंग में जाया करती थी. पहली ग्राम पंचायत के गठन के बाद मुखिया जी मुझे 2010 में जल सहिया के रूप में काम करने को कहा. पहले तो परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया. लेकिन मेरे अंदर समाज सेवा की ललक को देखकर परिवार ने सहयोग किया. बिमला ने बताया कि इस समय ब्लॉक में 55 ग्राम सभाओं में 124 जल सहिया काम कर रही है.

शौचालय के प्रयोग से दूर हो गई गांव की बीमारियां

बिमला ने बताया कि खुले में शौच के चलते बारिश के दिनों में गांव में बीमारियों का प्रकोप शुरू हो जाता था. जिसके बाद गांव में डाक्टरों की टीम को आना पड़ता था. उन्होंने बताया कि गांव के लोगों को शौचालय बनाने के लिए राजी करने के लिए पहला शौचालय हमने अपने घर में ही बनाया जिससे लोगों के बीच अच्छा संदेश गया. बिमला बताती है कि आठ साल के कड़े सफर को उन्होंने निष्ठा और ईमानदारी से पूरा किया. वह कहती है 2014 में गांव में मिनी जल मिनार की स्थापना हो या ग्राम समाज में 100 प्रतिशत खुले में शौचमुक्त गांव बनाने के लिए घर-घर जाकर लोगों को जागरुक किया गया. उन्होंने बताया कि इस काम में टाटा मोटर्स ने भी काफी मदद की.

पैसे से बड़ा होता है सम्मान, ईमानदारी से करें काम

बिमला समद से बातचीत के दौरान सम्मान के साथ ईनाम की बात करने पर उन्होंने कहा कि सम्मान से बढ़कर दुनियां में कुछ नहीं है. जिले की एक मात्र जल सहिया को यह पुरस्कार पाना मेरे लिए किसी दिव्य स्वप्न से बढक था. इस सम्मान के लिए ब्लॉक कोर्डिनेटर और सरकार की अभारी हूं. जिन्होंने जिले में मेरे काम का अवलोकन कर मुझे इस पुरस्कार के लिए चुना. आज मुझे इस बात का एहसास होता है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है. भगवान किसी न किसी रूम में मेहनत का फल देता है.

दक्षिणी गदरा क्षेत्र पंचायत की जल सहिया बिमला समद द्वारा क्षेत्र में किए गए असाधारण कार्य के चलते ब्लॉक कोर्डिनेटर शुबी मार्डी ने बिमला का नाम भेजने की मांग की थी. पूरे जिले में कार्यरत जल सहिया के कार्य का अवलोकन कर प्रदेश कार्यकारिणी ने बिमला समद को सेलेक्ट किया. जिसके बाद उन्हें रांची में सम्मानित किया गया.

शिशिर कुमार सोरेन

कार्यपालक अभियंता

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जमशेदपुर