Blue tooth का यूज भी ठीक नहीं

आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा ड्राइविंग के वक्त मोबाइल से बात करने वाले लोगों से फाइन लिया जाता है, लेकिन कानून का दायरा इससे कही बड़ा है। काफी पहले ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने सभी डीटीओ, इंफोर्समेंट ऑफिसर्स, एमवीआई को ड्राइविंग के दौरान मोबाइल के बैन पर कंप्लीट बैन लगाने का आदेश दिया था। इसमें ड्राइविंग के दौरान हैैंड हेल्ड, हैैंड फ्री मोबाइल या Žलू टूथ के यूज पर रोक लगाई गई है। इसके साथ ही व्हीकल्स के इंटरनल वायरिंग के माध्यम से चलने वाले मोबाइल फोन के यूज पर भी रोक है।

Traffic jam में भी मना है

ट्रैफिक जाम में फंसने पर अगर आप भी टाइम पास के लिए किसी फ्रेंड से बात करते हैं या गाना सुनते हैं, तो सतर्क हो जाइए। रूल्स के अनुसार सिर्फ ड्राइविंग के दौरान ही नहीं, बल्कि ट्रैफिक जाम या ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े होकर मोबाइल के यूज पर रोक है। इसके अलावा अपने मोबाइल से मैसेज भेजने, म्यूजिक सुनने, गेम खेलने, फोटो खिंचने और वीडियोग्राफी जैसी चीजों पर भी रोक है।

'ड्राइविंग के दौरान मोबाइल से बात करने पर एक हजार रुपए फाइन लिया जाता है। कई लोग ड्राइविंग करते वक्त मोबाइल से बात करते पकड़े जाते हैं। रूल्स फॉलो नहीं करने वालों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस कर्रवाई कर रही है, लेकिन लोगों को भी अवेयर होने की जरूरत है.'

-एसके श्रीवास्तव, ट्रैफिक इंस्पेक्टर

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in