- जन्माष्टमी महोत्सव पर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबा शहर

- इस्कान मंदिर में शुरू हुआ कृष्ण जन्मोत्सव समारोह

- निकाली गई शोभायात्रा, शहर में जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन

ALLAHABAD: जन्माष्टमी पर संडे को लोग श्रीकृष्ण भक्ति में डूबे हुए नजर आए। पूरे शहर के मंदिरों में, स्कूलों में और संस्थाओं की ओर से विभिन्न प्रोग्राम आर्गनाइज हुए। इस्कान मंदिर सदस्य और विश्व हिंदू परिषद की ओर से भव्य शोभायात्रा में शामिल लोग कृष्ण रंग में रंगे रहे और हरे कृष्णा, हरे कृष्णा, कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे का जाप करते हुए शहर में निकले तो पूरा शहर कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे करने लगा।

कृष्ण रंग में रंगे नजर आए इस्कान भक्त

हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे की धुन देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैलाने वाले अंतराष्ट्रीय श्री कृष्णभावनामृत संघ इस्कान की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का उद्घाटन जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने किया। पूजन के बाद कृष्ण धुन के साथ शोभायात्रा बढ़ी जिसमें शामिल भक्त नाचते, गाते और झूमते हुए चल रहे थे। सिविल लाइंस, जानसेनगंज, जीरो रोड, मुट्टीगंज होते हुए शोभायात्रा बलुआघाट स्थित इस्कान मंदिर पहुंची। जहां शोभायात्रा पहुंचने के बाद कृष्ण जन्मोत्सव समारोह शुरू हो गया। आचार्य दास, वेणु विजय दास, श्याम सुंदर दास, चैतन्य नारायण दास, आशुतोष दास, बीएन दास मौजूद रहे।

पथरचट्टी में सजी झांकी

श्री पथरचट्टी रामलीला मैदान में संडे से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव सप्ताह शुरू हो गया। पहले दिन रामलीला मैदान में और मंदिर में श्री कृष्ण की लीलाओं से संबंधित आकर्षक झांकी सजाई गई। गोवर्धन पर्वत, कृष्ण राधा वन विहार और कालियानाग मद मर्दन की झांकी काफी पसंद की गई। झांकी के साथ ही भक्ति रस की भी बयार छेड़ने के लिए भजन संध्या की शुरुआत हुई। पहले दिन रिंकी केसरवानी और उनके ग्रुप ने कृष्ण भक्ति की धुन छेड़ी। कई मनमोहक भजन प्रस्तुत किए। ख्ख् अगस्त तक लगातार कार्यक्रम होते रहेंगे। ख्फ् को भंडारा से समारोह का समापन होगा।

कृष्णम वंदे

हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें भगवान कृष्ण, श्री राम एवं सत्संग से जुड़ी झांकियां शामिल थीं। कुंज बिहारी लाल अतिथि भवन रामबाग में श्री कृष्ण जन्माष्टमी सप्ताह समारोह शुरू हुआ, जो ख्फ् तक चलेगा। पहले दिन श्री कृष्ण की लीलाओं की आकर्षक झांकी सजाई गई और कुंज बिहारी लाल का भव्य श्रृंगार हुआ। आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से कृष्णम् वंदे समारोह मनाया गया। नृत्य, संगीत, नाटक एवं कला प्रदर्शनी के माध्यम से कृष्ण लीलाओं की प्रस्तुति की गई। नखास कोहना स्थित वारसी कमेटी कार्यालय में रास रचइया मुरली बजइया कृष्ण का जयंती समारोह मनाया गया। लूकरगंज स्थित कृष्णा भवन में कृष्ण की बाल रूपी झांकियां सजाई गई। गुरु तेग बहादुर नगर रामलीला समिति की ओर से भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकी सजाई गई। झांकी के साथ ही भजन संध्या का आयोजन हुआ। रात में बारह बजे श्री कृष्ण का जन्म हुआ।

बच्चों ने धरा कृष्ण का रूप

पॉपिन्स प्री स्कूल में जन्माष्टमी मनाया गया। कृष्ण और राधा के रूप में सजे बच्चों ने माखन-मिश्री खाई और राधेकृष्ण का जाप किया। कृष्ण सुदामा की कहानी तथा राधा संग गोपियों ने रासलीला रचाई। प्रिंसिपल विनिता विजय राज ने बच्चों को जन्माष्टमी की बधाई दी।