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ALLAHABAD: संगम की रेती पर चल रहे आध्यात्म के सबसे बड़े मेला का अंतिम प्रमुख स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का साया पड़ गया है। पूर्णिमा स्नान के दिन लगने वाला चंद्रग्रहण पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। हालांकि इस पूर्ण ग्रहण का असर इलाहाबाद में तीन घंटे से ज्यादा समय तक रहेगा, लेकिन स्नान पर्व की महत्ता का असर श्रद्धालुओं पर अनंत लाभदायक साबित होगा। ज्योतिषाचार्य पं। विनय कृष्ण तिवारी ने बताया कि ऐसे संयोग में संगम नोज सहित अन्य घाटों पर ज्यादा लोग पहुंचेंगे और सूर्योदय से लेकर सूतक काल व ग्रहण के मोक्ष काल के एक घंटे बाद तक स्नान, दान व दक्षिणा के लिए श्रद्धालु आएंगे।

नौ घंटे पहले सूतक काल
भारतीय मानक के समयानुसार साल के पहले पूर्ण चंद्रग्रहण का स्पर्श काल शाम को 5.18 बजे होगा। लेकिन उसका प्रभाव नौ घंटे पहले सूतक काल के साथ शुरू हो जाएगा। ग्रहण का सूतक काल सुबह 8.42 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। ग्रहण का मध्य काल शाम सात बजे और मोक्ष काल रात 8.42 बजे होगा। सूतक काल से लेकर मोक्ष काल तक मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे, मूर्ति छूना निषेध रहेगा और यात्रा करना भी वर्जित माना गया है। लेकिन ग्रहण काल के दौरान जप-तप व अनुष्ठान कार्यो की अधिकता रहेगी।

स्नान-दान को दिनभर रहेगा रेला
जिस दिन पूर्ण ग्रहण लग रहा है उसी दिन माघी पूर्णिमा का स्नान होना है। ग्रहण की वजह से पूर्णिमा स्नान का मान कई गुना बढ़ जाएगा। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली ने बताया कि ग्रहण काल में किया गया जप-तप व अनुष्ठान बहुत अधिक सिद्धकारी माना जाता है। इसलिए पूर्णिमा स्नान को पहुंचने वाले श्रद्धालु अगले दिन मेला क्षेत्र से वापस अपने गंतव्य को लौटेंगे और उसके साथ ही माह भर के जप-तप व अनुष्ठान की गूंज भी समाप्त हो जाएगी।

पूर्णिमा स्नान के साथ एक माह का कल्पवास समाप्त हो जाएगा। लेकिन चंद्रग्रहण पड़ने की वजह से मेला क्षेत्र में स्नान व दान-दक्षिणा के लिए बहुत ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे।
पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली, ज्योतिषाचार्य

यह ग्रहण पूर्ण चंद्रग्रहण है। इलाहाबाद में तीन घंटे से अधिक समय तक यह दृश्यमान रहेगा। इसकी वजह से तीस जनवरी को ही क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगेगी।
पं। विद्याकांत पांडेय, ज्योतिषाचार्य

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जनवरी को पड़ रहा है इस साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण

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जनवरी को ही है माघ मेला का अंतिम प्रमुख स्नान माघी पूर्णिमा

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जनवरी को आने लगेंगे स्नानार्थी चंद्र ग्रहण की वजह से

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घंटे पहले सुबह 8.42 बजे से ही ग्रहण का सूतक काल लग जाएगा

5.18
बजे होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल

8.42
बजे होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण का मोक्ष काल