- मिलिट्री बैंड की धुन पर सैनिकों की कदमताल ने मौजूद लोगों में भरा देश प्रेम

- चीफ गेस्ट एसके सैनी ने कहा, ताकत और तकनीकी से लैस होगी भारतीय सेना

BAREILLY:

'भारतीय सेना की ताकत आज भी बेजोड़ है और आगामी समय में तकनीक के मेल से सेना से टक्कर लेना और लोहे के चने चबाने जैसा होगा'। यह बातें जेआरसी में चल रहे 222वें रेजिंग डे और 17वें रियूनियन सेलिब्रेशन के दूसरे दिन मौजूद लेफ्टीनेंट जनरल सत्येंद्र कुमार सैनी युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल कर्नल ऑफ द जाट रेजीमेंट ने कहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ धर्म गुरु ने मंदिर में पूजन हवन कार्यक्रम के जरिए शुभारंभ किया। धर्म गुरु ने रेजिमेंट की उन्नति और सफलता की ईश्वर से प्रार्थना की। चीफ गेस्ट ने रिक्रूट्स को सम्मानित भी किया।

बैंड की धुन पर कदमताल

सुबह करीब 8.30 बजे जेआरसी परेड ग्राउंड में जेआरसी के सभी अधिकारी और सैनिक अपनी पारंपरिक वेषभूषा में सजे-धजे दिखे। लाल रंग की पगड़ी पहने हुए सैनिकों ने चीफ गेस्ट व दर्शकों के समक्ष मिलिट्री बैंड की धुन संग कदम से कदम मिलाकर कदमताल की बेहतरीन परेड का प्रदर्शन किया। वहीं, परेड के बाद चीफ गेस्ट एसके सैनी ने अश्व रथ में निरीक्षण स्थल पर पहुंचे और परेड की सलामी ली। सैनिकों की बेहतरीन परेड ने दर्शकों का मन मोह लिया। उन्होंने कहा कि जेआरसी का इतिहास भारतीय सेना में गौरवपूर्ण है। जवानों को रेजीमेंट के परंपरा का निर्वहन करने और देश की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने की बात कही।

भारतीय सेना है मजबूत

चीफ गेस्ट ने परेड की सलामी व उन्हें देश सेवा के प्रति सतर्क रहने की सीख देने के बाद वीर नारियों और सेवानिवृत्त सैनिकों से मुलाकात की। इस दौरान मौजूद वीर नारियों से मुलाकात की। फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से ऑर्गनाइज इस प्रोग्राम में उन्होंने वीर नारियों और शहीदों के परिजनों समेत सेवानिवृत्त सैनिक व अधिकारियों से उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मीडिया से मुखातिब होकर चीफ गेस्ट ने कहा कि वह जेआरसी को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। जल्द ही सेना में कई भर्तियां की जाएंगी। युद्ध को सैनिक की ताकत और तकनीक एक साथ मिलाकर जीता जाएगा।