- सेमीनार हॉल में फैली मिलीं आपत्तिजनक चीजें

- प्रेमिकाओं संग आवाजाही से खराब हो रहा माहौल

GORAKHPUR: शहर के गोलघर में बना जीडीए टावर इश्कबाजों के लिए अय्याशी का नया अड्डा बन गया है। जीडीए की उपेक्षा के शिकार टावर के दुकानदारों का मोहभंग होने लगा है। अव्यवस्था से परेशान दुकानदार अपना शटर डाउन करने का मन बना रहे हैं। सुविधाओं का सब्जबाग दिखाकर दुकानदारों से लाखों रुपए वसूलने वाले जीडीए अफसर टावर की दु‌र्व्यवस्था को लेकर कतई चिंतित नहीं हैं। दुकानदारों का कहना है कि भूतहा होती जा रही बिल्डिंग में दुकान खोलकर उनकी लाखों रुपए की पूंजी फंस गई है।

दुकानदार करें विरोध तो हो जाएगी मारपीट

जीडीए टावर की दु‌र्व्यवस्था से दुकानदारों, व्यवसायियों का दिल टूट चुका है। लोग धीरे-धीरे अपनी दुकानें समेटने की तैयारी में जुट गए हैं। हार्ट ऑफ सिटी में बने टावर में दुकान आवंटित कराते समय लोगों को खूब सब्जबाग दिखाए गए। लेकिन दुकानें आवंटित कराने के बाद लोगों को पता लगा कि शहर का प्रमुख शॉपिंग कॉम्प्लेक्स लावारिस हाल है। कई बार शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने इसकी बदहाली दूर करने के लिए कदम नहीं उठाया। अलबत्ता, सन्नाटे और कम आवाजाही से इस जगह को आशिकों ने अय्याशी का अड्डा बना दिया है। सुबह से लेकर देर शाम खाली पड़ी जगहों पर, कोनों और दुकानों में प्रेमी जोड़े घूमते रहते हैं। दुकानदारों का कहना है कि कुछ जोड़े यहां पर सिर्फ गंदे काम के लिए आते हैं। छठवीं मंजिल पर बने सेमीनार हॉल में आपत्तिजनक चीजें फैली नजर आती हैं। यहां पर रोजाना ही सब कुछ चलता रहता है। लेकिन विवाद के डर से दुकानदार किसी का प्रतिकार नहीं करते। टावर में दुकान चलाने वाले लोगों का कहना है कि यहां पर कभी भी कोई गंभीर वारदात भी हो सकती है।

इस हाल में जीडीए टावर

- हर फ्लोर पर गंदगी की भरमार, जहां-तहां फैला रहता है कूड़ा।

- पार्किंग में जल जमाव और बदबू से वाहन लेकर जाने में प्रॉब्लम।

- सुरक्षा के लिए तैनात गार्डो की निष्क्रियता से 24 घंटे चोरी का खतरा।

- टावर के हर फ्लोर पर बने वॉश रूम की हालत बद से बदतर, नेचुरल कॉल की प्रॉब्लम।

- दुकानों, गैलरी और खाली पड़ी जगहों पर कुत्तों और बंदरों का बसेरा।

- देखभाल के अभाव में जगह-जगह बिल्डिंग की छतें क्षतिग्रस्त।

- खराब लिफ्ट, सीढि़यों पर गंदगी से आवाजाही में असुविधा का सामना।

- पानी की टंकी से लीकेज, जगह-जगह छत से पानी गिरता है।

- टावर में बिजली कटने पर जनरेटर की कोई सुविधा नहीं मिलती।

- आग से निपटने के लिए लगे फायर फाइटिंग सिस्टम की बदहाल हालत।

- पीने के पानी की प्रॉब्लम, वॉश रूम में भी नहीं होती वाटर सप्लाई।

यह किए गए थे वादे

- आधुनिक सुविधाओं से लैस बहुमंजिला इमारत

- हर मंजिल पर जाने के लिए लिफ्ट की सुविधा

- सभी तलों के लिए कैप्सूल लिफ्ट की सहूलियत

- भूतल से लेकर सभी फ्लोर तक एक्सकेलटर की सुविधा

- साफ-सफाई युक्त वॉश रूम, 24 घंटे बिजली की सप्लाई

- सुरक्षा के लिए गार्ड की तैनाती, हर जगह सीसीटीवी की निगरानी

फैक्ट फिगर

जीडीए टावर में दुकानें - 200

जीडीए टावर में कुल फ्लोर - 06

कुल दुकानों की बिक्री - 165

कोट्स

हम लोग दुकानें लेकर पछता रहे हैं। बिजनेस तो मिल नहीं रहा। अलबत्ता अव्यवस्था से यहां आने वाले कस्टमर भाग जा रहे हैं। जीडीए अधिकारियों से मिलकर कई बार शिकायत कर चुका लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

- सतीश सिंह, इंजीनियर

यहां पर टॉयलेट की व्यवस्था देख लीजिए। यदि किसी को वॉशरूम में जाना पड़ जाए तो मुश्किल खड़ी हो जाती है। भूत महल की तरह यहां की व्यवस्था से लोग दुकानें नहीं खरीद रहे हैं।

- आशीष कुमार, एडवोकेट

जीडीए टावर की समस्याएं मेरे सामने आई हैं। उनको दूर करने के लिए हमने कोशिश शुरू कर दी है। हमारा प्रयास होगा कि कॉमर्शियल टावर का भरपूर उपयोग हो सके। नई लिफ्ट के संबंध में प्रपोजल मांगा गया है।

- अमित सिंह बंसल, जीडीए वीसी