आगरा। कागारौल में बरातियों की बस में करंट फैलने से हुई दो लोगों की मौत के मामले में दक्षिणांचल के एमडी एसके सिंह ने जेई समेत एसडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पूरे मामले में प्रथम दृष्टया दोनों की लापरवाही सामने आई है। मामले में अधिशासी अभियंता स्टोर विवेक कुमार ने रिपोर्ट एमडी को सौंप दी है।

तहसील दिवस में की थी कई बार कंप्लेन

जांच में सामने आया है कि गा्रमीणों द्वारा कई बार जर्जर लटकते हुए हाईटेंशन तारों के बारे में तहसील दिवस में विद्युत अधिकारियों से कंप्लेन की थी। उसके बाद भी अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इस बारे में एमडी ऑफिस के स्टॉफ ऑफिसर शेष कुमार बघेल ने बताया कि पूरे मामले में इनकी लापरवाही सामने आयी है। इसी को आधार मानते हुए एसडीओ रनवीर सिंह और जेई विशाल कोष्टा को संस्पेड किया गया है।

अन्यथा होगी कार्रवाई

कागारौल बारात की बस में करंट लगने से हुए हादसे को गंभीरता से लेते हुए जिले में सभी एसडीओ और जेई को निर्देशित किया गया, कि एक सप्ताह में झूलते तारों के स्थानों को चिह्नित कर लें। एक सप्ताह में उन्हें दुरुस्त कर लें। अन्यथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। एमडी ने बताया कि रोड क्रॉसिंग, जहां ट्रैफिक का आवागमन होता हो। स्कूल के आसपास, बारात घर, सार्वजनिक स्थान, मेला, या अन्य ऐसे स्थान जहां वाहनों का आवागमन हर समय रहता हो। ऐसे स्थानों को चिह्नित कर झूलते तारों को दुरुस्त कर रिपोर्ट भेजें। उन्होंने कहा कि जो भी घटनाएं हुई हैं। उनकी सूचना सभी विद्युत स्टेशनों पर सार्वजनिक रुप से चस्पा कर दें। एक सप्ताह में कमियों को सूचीबद्ध कर तारों को अवश्य बदल दें। विद्युत अधिकारियों का कहना है कि डबल डेकर की कोई बस किसी गांव देहात में जाए, तो बिजली घर पर अवश्य सूचना दें।