- ओवरऑल आसान पेपर आने से खिले स्टूडेंट्स के चेहरे

- फिजिक्स में दो सवालों के दो सही ऑप्शन दिए गए

- वहीं मैथ्स के पेपर में पूछा गया गलत सवाल

LUCKNOW: देश भर में आईआईटी व एनआईआईटी में एडमिशन के लिए संडे को ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन्स-2016 का आयोजन किया गया। जिसमें फिजिक्स के लम्बे सवालों ने स्टूडेंट्स के पसीने छुड़ाए तो केमेस्ट्री व मैथ्स के सरल सवालों ने उन्हें बड़ी राहत दी। केमेस्ट्री के पेपर इस बार भी लास्ट इयर की ही तरह था इस बार भी इनऑर्गेनिक केमेस्ट्री से सवाल कम आए थे और अधिकांश सवाल ऑर्गेनिक से पूछे गए थे। वहीं दूसरी ओर मैथ्स का पेपर पिछले साल की अपेक्षा काफी आसान आया था.तो वहीं फिजिक्स में सभी टॉपिक से सवाल पूछा गया था। एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स का कहना था कि फिजिक्स पार्ट थोड़ा सा टफ था लेकिन पेपर मिला जुला रहा।

दस को होगा ऑनलाइन एग्जाम

एक्सप‌र्ट्स की मानें तो इस बार जेईई मेन्स की मेरिट ऊंची जाएगी। जेईई मेन्स 2016 को क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को आगे मई में होने वाली जेईई एडवांस में शामिल होना होगा। जेईई एडवांस में सफल होने वाले कैंडीडेट्स को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। अब 10 व 11 अप्रैल को जेईई मेन्स 2016 के वह स्टूडेंट्स जिन्होंने कम्प्यूटर बेस्ड एग्जाम देने का ऑप्शन चुना है उनकी परीक्षा होगी।

फिजिक्स ने लेंदी पेपर ने किया परेशान

जेईई एग्जाम देने आए कृष्णा ने बताया कि केमेस्ट्री का पेपर उम्मीद से काफी आसान आया था। वहीं पिछले साल की तुलना में मैथ्स का पेपर उम्मीद से आसान होने के कारण मौका बढ़ गया है। लेकिन फिजिक्स का पेपर आसान तो था पर उसे हल करने में निर्धारित समय से अधिक टाइम लग रहा था। प्रयाग मिश्रा ने बताया कि फिजिक्स का पेपर थोड़ा टफ था खासतौर पर न्युमेरिक्स का पेपर थोड़ा टफ था। न्युमेरिक्लस को सॉल्व करने में काफी समय लग रहा था। जिस कारण से इस पार्ट में ज्यादा समय लग गया। वहीं केमेस्ट्री और मैथ्स का पेपर काफी आसान आया था।

15 फीसदी ने छोड़ी परीक्षा

आईआईटीज व एनआईटी समेत शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानो में एडमिशन के लिए संडे को जेईई मेंस 2016 का एग्जाम 36 सेंटर्स पर किया गया। यह परीक्षा दो पाली में आयोजित की गई। बैचेलर ऑफ इंजीनियरिंग और बीटेक के लिए सुबह 9:30 से 12:30 के बीच परीक्षा आयोजित हुई। जिसमें 21 हजार स्टूडेंट्स को शामिल होना था। वहीं बीआर्क और बैचेलर ऑफ प्लानिंग की परीक्षा दोपहर 2 बजे से 5 बजे के बीच आयोजित हुई। इसमें 18 हजार स्टूडेंट्स को शामिल होना था। राजधानी में जेईई मेंस के को-ऑर्डिनेटर डॉ। जावेद आलम खान ने बताया कि दोनों पालियों को मिलकर 15 फीसदी स्टूडेंट्स ने यह एग्जाम छोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि दोनों पालियों के दौरान शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा आयोजित की गई।

फिजिक्स के पेपर में सॉल्व के दो सही आंसर

जेईई एक्स्पर्ट व रूबिक रूस्ट्रम के डायरेक्टर आदित्य कुमार ने बताया कि इस बार फिजिक्स के पेपर कोड एफ में दो सवाल ऐसे थे। जिनके दो-दो ऑप्शन सही थे। उन्होंने बताया कि सवाल नंबर 84 एनगुलर मोमेंटम के चार ऑप्शन दिए गए थे जिसमें से पहला और तीसरा ऑप्शन दोनों ही सही है। ठीक इसी तरह सवाल नंबर 89 में करंट ग्रेन इन सेमी कंडकर के सवालों के दिए गए चार ऑप्शन दिए गए थे। उसमें से भी पहला और तीसरा ऑप्शन सही है।

मैथ्स में पूछा गया गलत सवाल

जेईई एक्स्पर्ट इं। तरूण ने बताया कि इस बार मैथ्स के सवाल में एक गलती सामने आई है। पेपर कोड ई में सवाल नंबर 67 में मल्टी मोरिक्ल का जो सवाल पूछा गया है, उसमें डिस्टेंस ट्रम वन अपान एक्स के साथ वन अपान एक्स स्कॉवर पूछा गया है। जबकि इसके स्थान पर डिस्टेंस ट्रम ए यूज होना चाहिए। इसके अनुसार दिए गए सवाल का डी ऑप्शन सहीं होगा। वहीं केमेस्ट्री में पेपर कोड एफ सवाल नंबर 17 में हाइड्रो कार्बन का सवाल पूछा गया था। जिसके जो ऑप्शन दिए गए थे वही सही नहीं थे।

पेपर काफी आसान आया था।

एक्स्पर्ट निरज गुप्ता ने बताया कि इस बार का पेपर काफी बैसेंस आया था। सभी सवाल सीबीएसई के क्लास 11 और 12वीं के सिलेबस पर आधारित थे। पेपर में स्टूडेंट्स को कॉन्सेप्ट के साथ-साथ एनालेटिक्ल स्किल को भी परखा गया हैं। इस बार 27 सवाल बहुत आसान थे, 48 सवाल थे मुश्किल और 15 सवाल काफी टफ पूछे गए थे।